नगर संवाददाता
चंडीगढ़/पंचकूला, 25 अक्तूबर
पंजाब सरकार को बिना किसी देरी के दोषपूर्ण और अनुचित फ्यूल नीतियों के कारण पेट्रोल स्टेशन डीलरों को लंबे समय से हो रहे नुकसान और उत्पीड़न को रोकने के लिए कदम उठाए चाहिए। पंजाब पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष परमजीत सिंह दोआबा ने सोमवार को चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पंजाब पेट्रोल पंप डीलरों को पड़ोसी राज्यों और यूटी की तुलना में पेट्रोल और डीजल पर अधिक वैट के कारण नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 4 वर्षों से डीलर मार्जिन में संशोधन नहीं किया गया है और राज्य के स्टेट ओन्ड ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने डीलरों पर अपना खर्च उतार दिया है और आपूर्ति बंद कर दी है जिससे डीलर बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार के अड़ियन रवैये के खिलाफ डीलर 7 नवंबर से 15 दिनों के लिए सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे केवल सिंगल शिफ्ट तक सीमित करने जा रहे हैं ताकि खर्चों में कटौती की जा सके और नुकसान को कवर किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दौरान सरकार द्वारा अगर डीलरों की मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो पंजाब के डीलर 22 नवंबर को 24 घंटे के लिए अपने पेट्रोल पंप बंद कर देंगे।
बिक्री में 70 प्रतिशत की गिरावट
एसोसिएशन के महासचिव मंजीत सिंह कहा कि पंजाब के 8 सीमावर्ती जिलों के लगभग 800 डीलर बिक्री में 70 प्रतिशत की गिरावट के कारण अत्यधिक नुकसान में हैं, जबकि मार्जिन में अगस्त 2017 में पिछले संशोधन के बाद से वृद्धि ना होने से व ईंधन की उच्च कीमतों के कारण तमाम डीलरों को हानि का सामना करना पड़ रहा है। एसोसिएशन के प्रवक्ता मोंटी सहगल ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि पिछले 18 महीनों में ईंधन की कीमतों में लगभग 38 रुपये लीटर की वृद्धि हुई है। देश भर में डीलर कीमतों में वृद्धि के अनुरूप मार्जिन में तर्कसंगत वृद्धि की मांग कर रहे हैं।