पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 5 जनवरी
तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए 41 दिन से कुंडली बार्डर पर धरना और सात दौर की बातचीत के बावजूद हल नहीं होने से नाराज किसानों ने देशव्यापी आंदोलन का ऐलान कर दिया है। किसानों ने 6 की बजाय 7 जनवरी को केएमपी व केजीपी पर चार अलग-अलग जगह से ट्रैक्टर यात्रा निकालने की बात कही है। इसके साथ 6 से 20 जनवरी तक देशभर में किसानों की ओर से जनजागरण अभियान चलेगा। किसानों ने आह्वान किया है कि भाजपा और उसके सहयोगी दल के नेता, सांसद और मंत्री जहां जाएंगे, वहां उनका विरोध होगा, काले झंडे दिखाए जाएंगे।
इसके साथ-साथ हरियाणा में 9 जनवरी को चौधरी छोटूराम की पुण्यतिथि से गांव-गांव अभियान चलेगा और लोगों को हर घर से एक आदमी 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च के लिए भेजने का आह्वान किया जाएगा। इस ट्रैक्टर यात्रा की अगुवाई हरियाणा की महिलाएं करेंगी और पुरुष पीछे मोर्चा संभालेंगे। इसके अलावा भी किसानों ने अलग-अलग आंदोलन तय कर दिए हैं। इसमें एक विशेष बात यह जरूर है कि 8 जनवरी की आठवें दौर की बातचीत में किसान हिस्सा लेंगे।
यहां संयुक्त मोर्चा की बैठक के बाद किसान नेता योगेंद्र यादव, डा. दर्शनपाल, राजाराम, जोगेंद्र घासीराम नैन, तनवीर अहमद आदि ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि किसानों के समर्थन में देशभर में प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं और इन्हें बड़ा किया जाएगा। इससे केवल पंजाब व हरियाणा का आंदोलन बताने वालों का पर्दाफाश होगा और देश की जनता को पता चलेगा कि कौन किसान के साथ खड़ा है और कौन नहीं।
यहां से होगा मार्च
किसान नेताओं ने कहा कि 7 जनवरी को सुबह 11 बजे एक्सप्रेस-वे पर किसान चार तरफ से ट्रैक्टर मार्च करेंगे। ये मार्च कुंडली बॉर्डर से केएमपी, टिकरी बॉर्डर से केएमपी, गाजीपुर बॉर्डर से केजीपी और मेवात के रेवासन से पलवल की तरफ से निकाले जाएंगे।
आज से 20 तक देश में हल्ला बोल
किसानों ने कहा कि 6 से 20 जनवरी के बीच देशभर में हल्ला बोल अभियान चलेगा। इसके तहत भाजपा और उसके सहयोगी दलों के नेताओं, सांसदों, विधायकों और मंत्रियों का घेराव होगा, काले झंडे दिखाएंगे और इनके आवास के बाहर मोर्चे लगाए जाएंगे ताकि वे किसानों की बात सरकार तक पहुंचाएं और तीन कानूनों को रद्द करने के लिए सरकार पर दबाव बनाएं। इस दौरान हरियाणा व पंजाब में पूर्ववत टोल फ्री रहेंगे। 18 जनवरी को महिला किसान दिवस मनाया जाएगा और 23 को आजाद हिंद किसान दिवस का आयोजन होगा। 25 जनवरी को बिहार में मानव शृंखला बनाकर कानूनों का विरोध दर्ज कराया जाएगा।