बेंगलुरु, 19 नवंबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार का ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम आज लोगों की जीवनशैली बन गया है, खासकर उन लोगों की जो गरीब हैं, हाशिए पर हैं तथा जो सरकार में हैं। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 3 दिवसीय प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन ‘बेंगलुरु टैक समिट-2020′ का उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का मॉडल ‘प्रौद्योगिकी पहले’ है जिसका इस्तेमाल लोगों के जीवन में बहुत बदलाव लेकर आया है और इसके जरिए लोगों की गरिमा में वृद्धि हुई है। मोदी ने कहा, ‘5 साल पहले हमने डिजिटल इंडिया की शुरुआत की थी। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इसे सरकार की किसी सामान्य पहल की तरह नहीं देखा जा रहा है। डिजिटल इंडिया जीवनशैली बन गया है, खासकर उन लोगों की जो गरीब और हाशिए पर हैं तथा जो सरकार में हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया की वजह से आज देश में मानव केंद्रित विकास हो रहा है। इतने बड़े स्तर पर इसके इस्तेमाल ने नागरिकों के जीवन में कई बदलाव किए हैं और इससे मिल रहे फायदे से हर कोई वाकिफ है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से मानव गरिमा में वृद्धि हुई है। आज करोड़ों किसानों को सिर्फ एक क्लिक के जरिए आर्थिक मदद पहुंचती है। जब देश में लॉकडाउन चरम पर था तब वह प्रौद्योगकी ही थी जिसने भारत के गरीबों को मदद सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि भारत ने सूचना के इस युग में विलक्षण ढंग से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा, ‘‘आज हमारे पास सर्वश्रेष्ठ दिमाग के साथ बड़ा बाजार भी है। हमारे प्रौद्योगिकी जगत के पास वैश्विक होने की क्षमता भी है। अब समय है कि भारत के प्रौद्योगिकी समाधानों को विश्व में ले जाएं।’ ‘बेंगलुरु टैक समिट’ में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, स्विस कॉन्फेडरेशन के उपाध्यक्ष गाई पारमेलिन और कई अन्य गणमान्य हस्तियां भाग लेंगी।