ल्योन (फ्रांस), 18 नवंबर (एपी)
अंतर्राष्ट्रीय अपराध पुलिस संगठन (इंटरपोल) के पूर्व अध्यक्ष मेंग होंगवेई की पत्नी ग्रेस मेंग एक समय चीन में उन सभी विशेषाधिकारों का आनंद उठा रही थीं, जो प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी से विवाह करने के कारण मिलते हैं। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी को उनके पति पर इतना भरोसा था कि उन्हें इंटरपोल में प्रतिष्ठित भूमिका निभाने के लिए फ्रांस भेजा गया, लेकिन उनकी किस्मत ने उस समय मुंह फेर लिया, जब चीन ने होंगवेई पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाकर उन्हें 13 साल छह महीने की कारावास की सजा सुना दी। अपने पति से संवाद करने और उनसे मिलने को तरस रहीं ग्रेस अपने दो जुड़वां बेटों के साथ फ्रांस में राजनीतिक शरणार्थी बन कर रह रही हैं और चीन के शासन से क्षुब्ध होकर उसके खिलाफ आवाज उठा रही हैं। होंगवेई 2018 में लापता हो गए थे। इसके बाद उन पर मुकदमा चलाया गया और उन्हें कारावास की सजा सुनाई गई। एक समय जन सुरक्षा मामलों के उप मंत्री के तौर पर सेवाएं दे चुके होंगवेई की पत्नी अपने देश की सरकार को ‘‘राक्षस” करार देती हैं, क्योंकि वह ‘‘अपने बच्चों को ही खा जाती है।” ग्रेस ने एक विशेष साक्षात्कार के दौरान पहली बार दुनिया को अपना चेहरा दिखाने और अपना वीडियो शूट करने की अनुमति दी। ग्रेस ने कहा, ‘‘मेरा चेहरा दिखाना मेरी जिम्मेदारी है। दुनिया को यह बताना मेरी जिम्मेदारी है कि क्या हुआ था।” उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन साल में मैंने उसी तरह ‘राक्षस’ के साथ रहना सीख लिया है, जैसे दुनिया ने वैश्विक महामारी के साथ जीना सीख लिया है।”
ग्रेस चीन सरकार से इतनी क्षुब्ध है कि उन्होंने अपना चीनी नाम गाओ गे इस्तेमाल करना बंद कर दिया है और वह ग्रेस मेंग के रूप में अपनी पहचान बताती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मर कर फिर से जीवित हुई हूं।” उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उनके पति कहां हैं और उनका स्वास्थ्य कैसा है। होंगवेई अब 68 वर्ष के होने वाले हैं। दोनों के बीच आखिरी बार संवाद 25 सितंबर, 2018 को हुआ था, जब होंगवेई काम के सिलसिले में बीजिंग गए थे। उन्होंने अपनी पत्नी को मोबाइल फोन पर दो संदेश भेजे थे। ग्रेस ने बताया कि उन्होंने पहले संदेश में लिखा था, ‘‘मेरे कॉल का इंतजार करो।” इसके चार मिनट बाद उन्होंने रसोई में इस्तेमाल होने वाले चाकू की इमोजी भेजी, जिसका स्पष्ट अर्थ खतरे का संकेत था। उन्होंने बताया कि तब से उनका होंगवेई से कोई संपर्क नहीं हो पाया है और उनके वकीलों ने चीनी प्राधिकारियों को कई बार पत्र भेजे, लेकिन उनका कोई उत्तर नहीं मिला। उन्हें यह भी नहीं पता कि उनके पति जीवित भी हैं या नहीं।
ग्रेस ने कहा, ‘‘मैं इस हद तक दु:खी हूं कि अब मुझे और दु:खी नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं चाहती कि मेरे बच्चे अपने पिता के बगैर रहे।” उन्होंने कहा, ‘‘मेरे बच्चे जब भी दरवाजे खटखटाने की आवाज सुनते हैं, तो वे इस आस में बाहर देखने जाते हैं कि अंदर आने वाला व्यक्ति उनका पिता होगा, लेकिन जब उन्हें हर बार यह पता चलता है कि वह व्यक्ति उनका पिता नहीं है, तो वे चुपचाप अपना सिर झुका लेते हैं। वे बहुत बहादुर हैं।”
ग्रेस ने अक्तूबर, 2018 में अपने पति के लापता होने की जानकारी देने के लिए जब ल्योन में पहली बार पत्रकारों के मुलाकात की थी, उसके कुछ ही देर बाद होंगवेई के बारे में आधिकारिक बयान में बताया गया था कि उनके खिलाफ कुछ कानूनों के उल्लंघन के लिए जांच चल रही है। इंटरपोल ने घोषणा की कि होंगवेई ने अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। उनकी पत्नी इस बात से खफा हैं कि ल्योन स्थित पुलिस संगठन ने ‘‘उनकी कोई मदद नहीं की।” उन्होंने तर्क दिया कि साझा कानून प्रवर्तन संबंधी मुद्दों पर काम करने वाले वैश्विक संगठन ने उनके पति के मामले में कड़ा रुख न अपनाकर बीजिंग के निरंकुश व्यवहार को प्रोत्साहन दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘क्या जबरन गायब किया गया कोई व्यक्ति अपनी मर्जी से इस्तीफा लिख सकता है? क्या कोई पुलिस संगठन इस प्रकार के अपराध को नजरअंदाज कर सकता है?”
चीन ने 2019 में घोषणा की थी कि होंगवेई को कम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। उसने कहा कि होंगवेई ने अपने परिवार की ‘‘खर्चीली जीवनशैली” को बनाए रखने के लिए अपनी सत्ता का दुरुपयोग किया और अपने निजी लाभ के लिए अपनी पत्नी को अपने अधिकार का इस्तेमाल करने की अनुमति दी। उन्हें 20 लाख डॉलर रिश्वत लेने के आरोप में जनवरी, 2020 में 13 साल छह महीने कारावास की सजा सुनाई गई। ग्रेस ने कहा कि उनके पति के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक असहमति को आपराधिक मामले में बदलने का एक उदाहरण है।