करनाल, 17 नवंबर (हप्र)
अंग्रेजों के जमाने से पड़े पुराने राजस्व रिकॉर्ड को स्कैन करके डिजिटल करने में करनाल ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
अनुमानित 2 करोड़ पेजों के रिकॉर्ड में से 1 करोड़ 40 लाख यानी 70 प्रतिशत पेजों को अपलोड कर ऑनलाइन कर दिया गया है। राजस्व रिकॉर्ड का डिजिटलाइजेशन करने में करनाल जिला प्रदेश में सबसे आगे है। बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में वित्तायुक्त हरियाणा संजीव कौशल की वीसी में उपमंडलाधीश करनाल गौरव कुमार ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बचा हुआ कार्य अगले दो माह में पूरा कर लिया जाएगा। उपमंडलाधीश करनाल गौरव कुमार ने बताया कि यह रिकार्ड सन 1832 से लेकर 2021 तक का है। इतना पुराना रिकॉर्ड शहर की पुरानी कचहरी में पड़ा था, जिसे देखने और ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन की शुरुआत 1 अगस्त 2019 से हुई थी।
वीसी में वित्तायुक्त संजीव कौशल ने बताया कि आगामी 20 नवंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश के सभी मॉडर्न रेवेन्यू रिकॉर्ड रूम का ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे।