सोनीपत, 27 अप्रैल (हप्र)
सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा ने कहा कि ठेकेदारी की आड में कर्मचारियों का शोषण बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी प्रथा बंद करके सभी ठेका कर्मचारियों को विभाग के रोल पर लिया जाए, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
सीटू नेता दीनबंधु छोटूराम विश्वविद्यालय मुरथल में बागवानी का काम करने वाले ठेका कर्मचारियों की मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी का दूसरा नाम शोषण है। उन्होंने कहा कि जब विश्वविद्यालय ने काम कराना है और बागवानी में कार्यरत कर्मचारियों को काम करना है, तो बीच में ठेकेदार को कमीशन क्यों दिया जा रहा है? उन्होंने विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं ठेकेदारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि हर माह ठेका कर्मचारियों के वेतन से ईएसआई एवं पीएफ के नाम पर पैसा काटा जा रहा है और उतना ही पैसा सरकार के खाते से आता है।
लेकिन अचंभित करने वाली बात यह है कि वेतन से पैसा कटने के बाद भी ठेका कर्मचारियों के ईएसआई कार्ड नहीं बनाए गए। कार्ड न बनने के कारण गंभीर बीमारियों में भी ठेका कर्मचारियों को महंगे नर्सिंग होम में इलाज करवाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। परंतु कर्मचारियों के वेतन से एसआई के नाम पर काटा गया पैसा और सरकार की तरफ से आया पैसा किसकी जेब में जा रहा है। यह जांच होनी चाहिए। इस दौरान वेतन समय पर नहीं देने की बात भी रखी गई। बैठक में विनोद कुमार, अजय कुमार, प्रवीण भारद्वाज, शिवकुमार, राजवीर, मनोज कुमार,सुमेर सिंह, विकास, विजय कुमार, गीता, पवन आदि मौजूद रहे।