आदित्य शर्मा
चंडीगढ़/पंचकूला, 3 अप्रैल
मनीमाजरा से सटे किशनगढ़ गांव में आज सुखना चो के बरसाती नाले में एक 13 साल के बच्चे की डूबने से मौत हो गई। मूल रूप से सूरजपुर पंचकूला का रहने वाला सुमित सातवीं कक्षा का छात्र था। वह पिछले पांच दिनों से इंदिरा कालोनी में रह रहे अपने मामा के पास रहने के लिए आया हुआ था। पुलिस ने बच्चे के शव को जीएमएसएच 16 स्थित मोर्चरी में रखवा कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बरसाती नाले में बच्चे के डूबने की खबर दमकल विभाग को दोपहर 12.44 बजे जैसे ही मिली तभी दमकल विभाग के अधिकारियों समेत आईटी पार्क थाना के एसएचओ, सेक्टर 26 के एसएचओ और पुलिस चौकी प्रभारी समेत एसपी मौके पर पहुंचे और काफी प्रयासों के बाद बच्चे को बाहर निकाला गया जिसे अस्पताल ले जाए जाने पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
दमकल अधिकारी टीसी मुल्तानी ने बताया कि सूचना मिली थी कि सुखना चो में बने बरसाती नाले में दो बच्चे डूब गए हैं। यह सूचना मिलते ही दमकल कर्मी 5 मिनट में मौके पर पहुंच गए। सुखना चो का बरसाती नाला सड़क से करीब 20 फुट नीचे है। सुखना लेक ओवरफलो होने के बाद इसी बरसाती नाले में पानी छोड़ा जाता है। इस नाले के चारों तरफ प्रशासन द्वारा लोहे की तार से फेंसिंग की हुई है जो कई हिस्सों से टूटी हुई है। सुमित और उसके दोस्त यहीं से नाले तक जाने के लिए अंदर घुसे।
ऐसे आई मौत
पुलिस की शुरूआत की जांच में सामने आया है कि सुमित और उसके दोस्त नाले के नजदीक बने रैंप पर खेल रहे थे। वे मछली पकड़ना चाहते थे। इस बीच सुमित का रैंप पर से पांव फिसलते ही वह पानी में जा गिरा। सुमित को पानी में गिर कर डूबते हुए देखकर उसके दोस्त उसे बचाने के लिए दौड़े लेकिन सुमित डूबता चला गया। रेस्क्यू टीम में फायरमैन जसपाल, महेमश और त्यागी पानी में बच्चे की तलाश करने के लिए उतरे। उन्होंने बताया कि पानी में 15 फुट नीचे सुमित डूबा हुआ मिला जिसे तुरंत बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया। लेकिन वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कई बार हटाया बच्चों को
किशनगढ़ में जिस जगह यह हादसा हुआ उसके सामने मकान में रह रही 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने बताया कि बच्चे अक्सर इस नाले में खेलने या नहाने के लिए आते हैं। जो टूटी हुई तारों में से अंदर घुस जाते हैं और नाले तक पहुंच जाते हैं। बच्चों को कई बार वहां जाने से मना किया लेकिन वे नहीं मानते।