चंडीगढ़, 27 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने प्रदेश सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड्स, ऑक्सीजन भंडारण की क्षमता तथा वेंटिलेटर की जानकारी तलब की है। साथ ही, सभी जिलों से जरूरतों के बारे में भी बताने को कहा है।
जिला उपायुक्तों को बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे तक यह रिपोर्ट भेजने को कहा है। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ये निर्देश दिए। विज राज्य स्तरीय कोविड निगरानी समिति की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने डीसी को निर्देश दिए कि धारा-144 का सख्ती से पालन करें। विज ने कहा कि हमें प्रदेश के प्रत्येक कोविड मरीज को बचाने का प्रयास करना है। इसके लिए हम हर आवश्यक प्रबंध करेंगे। दुर्भाग्यवश जिस मरीज की कोविड के कारण मृत्यु हो जाती है उसका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत उसी दिन करवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
इसके लिए अतिरिक्त श्मशान भूमि का भी आवश्यकता अनुसार चयन करें। डायल-112 की 20-20 गाड़ियां भी हर जिले में भेजी जा रही हैं, जिनका जरूरत के अनुसार उपयोग करें। स्वास्थ्य मंत्री ने डीसी को कहा कि वे अपने जिलों में जिला स्तरीय कोविड निगरानी समिति का गठन करें। इसमें विभिन्न विभागों सहित जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव भी शामिल किए जाएं।
उन्होंने सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में होम आइसोलेशन में उपचाराधीन मरीजों की प्रत्येक दूसरे दिन घर पर जाकर जांच कराने की व्यवस्था करें तथा उन्हें दवाइयां, आयुष किट और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाएं। इसके साथ ही मरीजों को नियमित परामर्श के लिए चिकित्सकों के नाम एवं फोन नंबर अखबारों में प्रकाशित करवाएं ताकि होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड मरीज उनसे संपर्क कर सकें। साथ ही, डीसी को अपने जिलों में अस्पतालों या अन्य स्थलों पर बैड क्षमता को बढ़ाने को कहा है ताकि मरीज उपचार से वंचित न रहे।
एनसीआर के जिलों में भर्ती 70 फीसदी मरीज दिल्ली के
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दावा किया है कि एनसीआर के अंतर्गत आते गुरुग्राम व फरीदाबाद जिलों के अस्पतालों में उपचाराधीन 70 फीसदी मरीज दिल्ली के हैं। दिल्ली के अस्पतालों में उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण वह हरियाणा में आ रहे हैं। हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का इलाज किया जा रहा है। हरियाणा के सरकारी तथा निजी अस्पतालों द्वारा किसी भी रोगी को वापस नहीं भेजा जा रहा है। मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में विज ने कहा कि हरियाणा में अब धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं। आक्सीजन की आपूर्ति अब सामान्य हो रही है। पंजाब के कैबिनेट मंत्री द्वारा आक्सीजन का टेंकर रोके जाने की खबरों का खंडन करते हुए विज ने कहा कि बीती रात जब उनके संज्ञान में यह मामला आया तो उन्होंने अम्बाला के एसपी से बात की। ऐसा कोई घटनाक्रम हरियाणा की सीमा में नहीं हुआ है।