नयी दिल्ली, 27 जुलाई (एजेंसी)
पेगासस जासूसी मामला और कुछ अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही 6 बार के स्थगन के बाद अपराह्न तीन बजकर करीब पांच मिनट पर 3.30 बजे तक स्थगित।
इससे पूर्व लोकसभा की बैठक स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गयी। विपक्ष के हंगामे के बीच ही कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों पर किसानों के प्रति संवेदना नहीं रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस हंगामे से जनता का नुकसान हो रहा है। सदन की बैठक शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ और जाम्बिया के प्रथम राष्ट्रपति डॉ केनेथ डेविड कौंडा के निधन की जानकारी दी और उनके सम्मान में सदन ने कुछ पल का मौन रखा। इसके बाद अध्यक्ष बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया, लेकिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्य केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों समेत अन्य विषयों पर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि यदि सदस्य चर्चा करना चाहते हैं, अपनी बात रखना चाहते हैं या अपनी वेदना व्यक्त करना चाहते हैं तो उन्हें पर्याप्त समय और अवसर दिया जाएगा। अध्यक्ष ने कहा, ‘आप अपने स्थानों पर जाएं और कार्यवाही चलने दें। मैं सरकार से बात करुंगा।’
बिरला ने कहा, ‘देश की जनता ने आपको नारेबाजी करने के लिए और तख्तियां लहराने के लिए नहीं भेजा।’ इसके बाद अध्यक्ष ने विपक्ष की नारेबाजी के बीच ही प्रश्नकाल शुरू कराया और कुछ सदस्यों को पूरक प्रश्न पूछने का अवसर दिया। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पूरक प्रश्नों के उत्तर दिये। हंगामा फिर शुरू हो गया। विपक्षी सदस्यों का हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 25 मिनट बाद पूर्वाह्न 11.45 बजे तक स्थगित कर दी। इसके बाद पीठासीन सभापति ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 50 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे सदन की बैठक फिर से आरंभ हुई तो विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा और पीठासीन सभापति अग्रवाल ने कार्यवाही पांच मिनट बाद ही 12:30 बजे तक स्थगित कर दी। तीन बार के स्थगन के बाद बैठक दोपहर 12:30 बजे पुन: शुरू हुई तो संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि कई सांसदों ने निवेदन किया है कि शून्यकाल चलना चाहिए। हालांकि हंगामा नहीं थमा और उन्होंने बैठक को करीब पांच मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया था।