होशियारपुर, 12 दिसंबर (निस)
दिल्ली की सीमाओं और पंजाब के टोल पर करीब एक साल से केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष में किसानों की ऐतिहासिक जीत के बाद दिल्ली से बड़ी संख्या में किसान घरों को लौट रहे हैं, जिसका लोगों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया जा रहा है। होशियारपुर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (कादियां) व अन्य किसान संगठनों के नेताओं, किसानों का स्थानीय पुरहीरां बाइपास पर फूलों की वर्षा से स्वागत किया गया। भाकियू कादियां के अध्यक्ष स्वर्ण सिंह धुग्गा ने बताया उनका संगठन के प्रदेश प्रधान हरमीत सिंह कादियां के नेतृत्व में पिछले एक साल से दिल्ली के सिंघू सीमा पर धरना दे रहा था। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने किसान संघर्ष को समाप्त करने के लिए बहुत कुछ किया, षड्यंत्र रचे लेकिन किसानों की एकता के सामने केंद्र को घुटने टेक कर कृषि कानूनों को निरस्त करना पड़ा। उन्होंने किसानों से भविष्य में भी एकता बनाए रखने की अपील की। इस अवसर पर पुरहिरां से एक विशाल विजय मार्च भी निकाला गया जो सरकारी महाविद्यालय चौक, बस स्टैंड चौक, रोशन ग्राउंड, टांडा चौक, लाचोवाल आदि से होते हुए अड्डा दोसड़का (बुल्लोवाल) पर समाप्त हुआ। इस अवसर पर भाकियू (कादियां) महासचिव ओम सिंह सटियाना, करमजीत सिंह बबलू जोश, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरपंच पलविंदर सिंह सज्जनां, पवित्र सिंह धुग्गा, गुरनाम सिंह अधिकारे, तरलोक सिंह मनी, मंदीप सिंह बॉबी, परमजीत सिंह सोढ़ी, कमलजीत सिंह लाली, पृथवीपाल सिंह शेरपुर, नवदीप सिंह धामी, मनमोहन सिंह बिट्टू, अमनदीप सिंह बावा, हैप्पी धालीवाल, सरपंच इकबाल सिंह, अवतार सिंह फतेहपुर, हरवेल सिंह अधिकारे, हिरदेपाल सिंह लिद्दड़, हरजीत सिंह लाम्बड़ा, अजयपाल सिंह, वरिंदर सिंह पंडोरी प्रीत सिंह, सटियाना, गुरजीत सिंह खडियाला, कश्मीर सिंह, कबाल सिंह, दविंदर सिंह, मनिंदर सिंह डडियाना, गुरमेल सिंह लुद्धा आदि बड़ी संख्या में किसान व अन्य गणमान्य मौजूद थे।