हिसार, 11 दिसंबर (निस)
लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय हिसार के वैज्ञानिकों ने शोध कर टर्की ब्रॉयलर (मुर्गी) फीड में गुणवत्ता बढ़ाकर मुर्गी पालकों के लिए लाभ कमाने की राह आसान कर दी है, जिससे कम समय में ज्यादा प्रोटीन वाला वजन बढ़ सकेगा। लुवास के वैज्ञानिकों की इस खोज को तीन साल का समय लगा, लेकिन कड़ी मेहनत के बाद सरकार द्वारा पेटेंट किया गया।
लुवास के पशु उत्पादन प्रबंधन विभाग के वैज्ञानिक डॉ. विशाल शर्मा व डॉ. आरके शर्मा ने बताया कि टर्की ब्रॉयलर को खाने के लिए विभिन्न प्रकार के दाने एवं मछली का भोजन (फिश मील) दिया जाता रहा है, लेकिन फिश मिल की गुणवत्ता को तय करना काफी कठिन होता था। इसलिए यह मुर्गियों के लिए कितना फायदेमंद है इसका पता लगाना मुश्किल था।
वैज्ञानिकों ने बताया कि लेकिन लुवास द्वारा शोध से इस समस्या का हल निकाला गया है। मुर्गियों (टर्की ब्रॉयलर) के लिए नई फीड कम्पोजीशन तैयार की गई है, जिसमें इनआर्गेनिक सोडियम सलफेट का प्रयोग करके इस समस्या का हल निकाल लिया गया है। लुवास के वैज्ञानिक डॉ. विशाल शर्मा व डॉ. आरके शर्मा ने बताया कि यह खोज 2008 में शुरू की गई तथा इसे 2011 तक पूरा किया गया।