यमुनानगर, 3 जनवरी (हप्र)
सावित्रीबाई फुले को भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन की एक अहम शख्सियत माना जाता है, यह कहना है हरियाणा सरकार में केबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर का। वे भारत देश की पहली महिला शिक्षक, महान समाज सेविका व समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की 187वीं जयंती पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। गुर्जर ने कहा कि सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को हुआ था। वह भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल थीं। उन्होंने महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सावित्रीबाई ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह से जीया जिसका उद्देश्य था, विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाना। भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने सावित्रीबाई फुले को नमन करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से भारतीय समाज में महिलाओं के प्रति सोच में सकारात्मक बदलाव आया व सावित्रीबाई फुले आज सारे भारत में पूजनीय हैं। इस दौरान भाजपा नेता निशचल चौधरी भाजपा जिला मीडिया प्रभारी कपिल मनीष गर्ग मौजूद रहे।
सावित्री बाई फुले ने महिला शिक्षा की अलख जगाई : नायब सिंह
बाबैन (निस) : देश की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फूले की जयंती पर आज सावित्री बाई सी.से. स्कूल बाबैन में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस कार्यक्रम में लोसुपा के जिलाध्यक्ष नायब सिंह पटाकमाजरा मुख्यातिथि थे व कार्यक्रम की अध्यक्षता बाबैन के सरपंच मोती लाल सैनी ने की। इस अवसर पर माता सावित्री बाई फुले को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नायब सिंह पटाकमाजरा ने कहाकि माता सावित्री बाई फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका व महान समाज सुधारिका थीं, जिन्होंने समाज के विरोध और अनेक कष्ट सहनें के बावजूद देश में महिला शिक्षा की अलख जगाई थी। इस अवसर पर सावित्री बाई सी.से. स्कूल बाबैन के चेयरमैन अक्षय सैनी, धर्मराज सैनी, रणबीर बिन्ट, जयपाल सैनी, रामसरन सैनी चन्दपुरा के अलावा अनेक लोग उपस्थित थे।
गांव बात्ता में मनाया शिक्षक दिवस
कलायत (निस) : शिक्षक और नारी मुक्ति की प्रेरणा सावित्री बाई फुले के जन्मदिन पर गांव बात्ता में कार्यक्रम कर शिक्षक दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष संदीप राणा द्वारा की गई। कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने गांव बात्ता की युवती मंडल को मास्क, सेनेटाइजर व साबुन वितरित किए तथा उसके साथ साथ सावित्रीबाई फुले की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उनको याद किया। कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने कहा कि भारत की पहली महिला शिक्षक होने के नाते उनके द्वारा समाज में फैली अनेक कुरीतियों को दूर करने में भारत का सहयोग किया।
कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र के ब्लॉक यूथ कोऑर्डिनेटर गुरमेज बड़सीकरी, विशाल शर्मा, रीना राणा, सीमा, प्रवीण, रीना, दीपिका, प्रीति ,महावीर राणा, हर्ष, शुभम, गौरव, रजत, अभिषेक आदि उपस्थित रहे।
मूनक गांव में मनाई जयंती
घरौंडा (निस) : मूनक गांव की वाल्मीकि चौपाल में महिला समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई। विभिन्न यूनियनों और संगठनों के पदाधिकारियों ने सावित्रीबाई फुले को नमन करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला और महिलाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही सावित्रीबाई के नाम से महिला लाइब्रेरी की मांग भी रखी गई। रविवार को मूनक गांव की वाल्मीकि चौपाल में आयोजित जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रामीण रोशन लाल ने की। अखिल भारतीय खेत-मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड जगपाल सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य कमेटी सदस्य एवं जिला संयोजक कुलदीप सिंह, हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन मूनक की निशा सहित अन्य पदाधिकारियों ने सावित्री बाई फुले के जीवन और उनके संघर्ष से महिलाओं को परिचित करवाया। इस मौके पर एडवोकेट मेघराज, गीता देवी, रेखा सरोज, शीशपाल, जगपाल राणा, राजेंद्र कुमार, केला देवी, सोनिया व अन्य मौजूद रही।
प्रथम महिला शिक्षिका की जयंती मनायी
कुरुक्षेत्र (हप्र) : जन संघर्ष मंच हरियाणा की जिला कुरुक्षेत्र-कैथल इकाई की ओर से देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के 191वें जन्मदिवस पर अंबेडकर कॉलोनी नजदीक सिविल हॉस्पिटल कल्याण नगर कुरुक्षेत्र में उनकी याद में सभाओं का आयोजन किया गया। सभा में मंच की महासचिव सुदेश कुमारी, उपाध्यक्ष उषा कुमारी, मंच सदस्य सीमा ने सावित्रीबाई फुले द्वारा शोषित पीड़ित वंचित वर्ग यानी महिलाओं, दलितों, कन्या शिशुओं, बच्चों की भलाई के लिए दिए गए उनके अमूल्य योगदान पर विस्तार से चर्चा की व उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने के लिए सावित्रीबाई फुले ने कठिन प्रयास किए। इस अवसर पर जुगनू, सरोज, सुमन, शकुंतला, गौरव, लाडो, मीनाक्षी, पूनम सरोज बाला आदि ने भी सावित्रीबाई फुले को अपनी श्रद्धांजलि पेश की ।