आदित्य शर्मा/नस
चंडीगढ़/पंचकूला, 27 सितंबर (नस)
चंडीगढ़ पुलिस की साइबर सेल टीम फर्जी काॅल सेंटर के अकाउंटेंट को कल मलोट से गिरफ्तार करके लाई। अकाउंटेंट ने पुलिस की पूछताछ में फर्जी काॅल सेंटर के कई राज खोले। गिरोह न सिर्फ चंडीगढ़ बल्कि ट्राईसिटी में सीनियर सिटीजंस को टारगेट करते आ रहे थे। छानबीन के दौरान पुलिस ने अकाउंटेंट अंग्रेज से दो बैंकों के एटीएम कार्ड बरामद किए। इन कार्डों के जरिए आरोपी खातों में पैसे ट्रांस्फर करते थे।
साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि आरोपी अंग्रेज से पहले इस गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जो लैप्स पॉलिसी को चालू करवाने का झांसा देकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी कर चुके हैं। गिरोह के 4 मास्टर माइंड मनीष, शुभम, योगेश वर्मा और प्रणव हैं और काॅल सेंटर के दो कर्मचारी अर्जुन और राकेश सीनियर सिटीजंस से संपर्क कर पोल्सी होल्डर्स का डाटा तैयार करते थे। अकाउंटेंट अंग्रेज शिकार हुए व्यक्ति के खातों से पैसे ट्रांस्फर कर लेता था।
अंग्रेज से पूछताछ में पता चला कि आरोपी चंडीगढ़ में दो शिकायतकर्ताओं से 18 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर चुके हैं। एक मामले में 16 लाख और दूसरे मामले में शिकायतकर्ता से 2 लाख रुपए ठगे थे। पुलिस ने अंग्रेज को रविवार को जिला अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।