शिमला, 2 अप्रैल (निस)।
शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्र कोटखाई के थरोला गांव में गत सायं हुए एक अग्निकांड में पांच मकान जलकर राख हो गए। इस घटना में एक दर्जन से अधिक परिवार बेघर हो गए हैं। अग्निकांड में प्रभावित लोगों में जगत राम पोरटा, लक्की पोरटा, हैप्पी पोरटा, दौलतराम पोरटा, राजेंद्र, सुरक्षा चौहान, राजेश्वरी, लीला, कला देवी, दिनेश पोरटा, कमल पोरटा, टोमी पोरटा, सुरेंद्र कुलंटा, रामेश्वर, रूपेंद्र पोरटा, संजीव, राजीव और स्वर्णा देवी का परिवार शामिल है। इस अग्निकांड में दो मवेशी भी जिंदा जल गए। अग्निकांड में करोड़ों रुपए की सम्पत्ति का नुकसान हुआ है। आग लगने का कारण बिजली की तारों में शॉट सर्किट बताया गया है। जानकारी के मुताबिक इस अग्निकांड में प्रभावित परिवारों को स्थानीय प्रशासन की ओर से रहने की व्यवस्था कर दी गई है और उन्हें फौरी राहत भी उपलब्ध करवाई गई है। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक आग जगत सिंह पोरटा के मकान से आरंभ हुई। अधिकांश मकान लकड़ी के बने होने के कारण आग ने तुरंत ही आसपास के घरों को अपनी चपेट में ले लिया और भयानक रूप धारण कर लिया। स्थानीय लोगों ने हालांकि आग बुझाने के प्रयास किए लेकिन ये नाकाफी साबित हुए। घटना की सूचना मिलते ही जुब्बल और कोटखाई से अग्निशमन विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं लेकिन तब तक पांच मकान पूरी तरह जलकर राख हो चुके थे। अग्निशमन विभाग द्वारा किए गए प्रयासों से आग को और आगे फैलने से रोक दिया गया।
इस बीच राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने थरोला गांव में आग लगने की घटना पर दुःख व्यक्त किया है। जय राम ठाकुर ने जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को शीघ्र राहत प्रदान करने और उनके पुनर्वास के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।