चंडीगढ़/पंचकूला, 16 नवंबर (नस)
मनाली-कुफरी में मौसम की पहली बर्फबारी होते ही चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में ठिठुरन और बढ़ गई। चंडीगढ़ में सोमवार को बारिश और ओलावृष्टि हुई जिसके बाद पारा काफी गिर गया। शहर में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मध्यरात्रि से सुबह तक रुक-रुक कर बारिश हुई। इस बीच 15.1 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। पहाड़ी इलाकों से उठती बर्फीली हवाओं के कारण यहां कंपकंपी हुई और रातभर रुक-रुककर हुई बारिश के साथ न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मंगलवार को भी बारिश और तेज हवाओं के हालात बने रहेंगे।
वर्षा से सिटी ब्यूटीफुल की हवा सुधरी
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : दिवाली से अगले दिन ही वर्षा होने से शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी सुधार हुआ है। करीब ढाई महीने बाद हुई बारिश से प्रदूषण का स्तर एक महीने में सबसे निचले स्तर पर आ गया है। सोमवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 108 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया जो पिछले एक महीने में सबसे कम है। उल्लेखनीय है कल दोपहर से शुरू हुई वर्षा रातभर रुक-रुक कर होती रही व आज दिन में कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई।
पटाख़े कम चलने का भी अच्छा असर
वर्ष 2019 में दिवाली से अगले दिन शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 198 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सेक्टर -25 स्थित जांच केंद्र की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार दिवाली वाली रात चंडीगढ़ शहर में हवा की गुणवत्ता 140 थी जिसको सुरक्षित श्रेणी में माना जाता है जबकि पिछले वर्ष 2019 में दिवाली वाले दिन शहर की गुणवत्ता 312, वर्ष 2018 में 281 और वर्ष 2017 में 208 दर्ज की गई थी। बोर्ड के अनुसार शहर में पटाख़े कम चलने के कारण हवा की गुणवत्ता में पिछले सालों की अपेक्षा काफ़ी सुधार पाया गया है।
आसमान से फसलों के लिए बरसा ‘सोना’
अंबाला शहर (हप्र) : बीती रात से हो रही बारिश ने जहां वातावरण में ठंडक बढ़ा दी है, वहीं किसानों के लिए यह पानी सोने के रूप में बरसा है। कल शाम से अम्बाला और उसके आसपास हुई बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कुराहट ला दी है। ठंड बढ़ने से गेहूं के पौधों में फुटाव ज्यादा होता है।
हालांकि बरसात ने आम जनजीवन पर काफी प्रभाव डाला। दिनभर सड़कों पर सन्नाटा सा पसरा रहा। बरसात से पारा भी लुढ़क गया। आज सारा दिन सूर्य के दर्शन नहीं हुए। आज दिन का अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। गेहूं उत्पादक किसानों के लिए आज की बरसात भरपूर लाभकारी रही। जिला में 82 हजार हेक्टेयर भूमि पर गेहूं बिजाई की संभावनाएं कृषि विभाग को हैं जिनमें से करीब 80 प्रतिशत बिजाई की जा चुकी है। शेष में गेहूं बिजाई का काम लगातार चल रहा है। ऐसे में बरसात के कारण धारती में नमी की मात्रा बढ़ेगी जिससे अब बिजाई कर रहे किसानों को काफी लाभ रहेगा। कृषि उपनिदेशक अम्बाला डॉ. गिरीश नागपाल की मानें तो बीती रात से हुई बरसात से किसानों की हर फसल गेहूं, सब्जी और बाग आदि को प्राकृतिक लाभ मिला है। गेहूं की फसल के लिए तो यह बरसात सीधे फायदेमंद है। उनका कहना है कि जिले में अब जितनी वर्षा होगी उतना ही किसानों को फायदा होगा। इस समय जो पानी गेहूं की फसल में दिया जाता है उस पानी का खर्चा तथा मेहनत किसान को नहीं करनी पड़ेगी, साथ ही साथ बरसात का पानी मीठा होने के कारण ट्यूबवेल और नहर के पानी की तुलना में खेती के लिए कई गुना लाभदायक होता है।
तापमान गिरा, ठंडक बढ़ी
बीबीएन (निस) : रविवार रात से हो रही तेज बारिश के चलते बीबीएन में मौसम ने एकाएक करवट ले ली। यहां तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। बारिश होने से जहां लेागों को हो रही सूखी खांसी व बुखार जैसी बीमारियों से राहत मिलेगी, वहीं इस बारिश के चलते किसानों के चेहरे खिल गये हैं। किसान फसल बुआई के लिए अपने खेतों में पानी लगाने की तैयारी में जुट गये थे परन्तु बारिश के चलते अब खेत पानी से लबालब हैं। प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में बर्फवारी व निचले क्षेत्र में बारिश के चलते लोग शीतलहर की चपेट में आ गये हैं।