यमुनानगर, 17 फरवरी (हप्र)
हरियाणा से गुजरने वाली यमुना कई जिलों में दूषित हो रही है। सीवरेज व नालों का गंदा पानी यमुना व पश्चिम यमुना नहर में गिराया जा रहा है। अब एनजीटी ने इसकी रोकथाम के लिए निर्देश जारी किए हैं। यमुनानगर में ऐसे 6 स्थानों का पता चला है जहां से दूषित पानी यमुना व पश्चिमी यमुना नहर में गिराया जा रहा है।
यमुनानगर के उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने सिंचाई विभाग व नगर निगम के अधिकारियों के साथ उन स्थानों का दौरा किया जहां से दूषित जल यमुना व पश्चिमी यमुना नहर में गिराया जा रहा है। उन्होंने यमुना के किनारों पर सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया कि यमुनानगर में 6 स्थान चिन्हित किए गए हैं जहां से दूषित जल यमुना व पश्चिमी यमुना नहर में गिराया जा रहा है। इसके लिए 10 दिन की समय सीमा तय की गई है। उन्होंने कहा कि यह एनजीटी के आदेश हैं अब इसका पक्का समाधान होगा। इसके लिए नगर निगम व सिंचाई विभाग को एक संयुक्त रिपोर्ट काम करने के बाद तैयार करके भेजनी है।