चंडीगढ़, 15 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की विभिन्न भर्तियों की लिखित परीक्षा में ओएमआर शीट (उत्तर पुस्तिका) खाली छोड़ने वाले अभ्यर्थियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। चयन आयोग ने ऐसे 53 अभ्यार्थियों की लिस्ट सोमवार को सार्वजनिक कर दी। 6 महीनों के दौरान 580 ऐसे अभ्यार्थी मिले हैं, जिन्होंने ओएमआर शीट को खाली छोड़ा था। बाकियों की लिस्ट जल्द जारी होगी।
पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद आयोग काफी सख्त हो चुका है। पिछले दिनों सब-इंस्पेक्टर की भर्ती के लिए हुई परीक्षा में रेवाड़ी व गुरुग्राम के कुछ परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न-पत्र वितरित करने की घटना पर भी विपक्ष सरकार को घेर रहा है। इसी दौरान ओएमआर शीट खाली छोड़ने का मामला सामने आया। विपक्ष ने आरोप लगाए कि सैटिंग के चलते ये शीट खाली छोड़ी गई, जिससे उन्हें बाद में सही उत्तरों के साथ भरा जा सके। इस पूरे मामले में अंतरराज्यीय गिरोह से तार जुड़े होने की आशंका है। इसकी भी जांच की जाएगी कि इस मामले के तार कहां तक फैले हुए हैं।
खुफिया एजेंसियों को सौंपा डाटा
ऐसे सभी अभ्यार्थियों का पूरा डाटा राज्य की खुफियां एजेंसियों को सौंपा जा चुका है, जिससे मामले की जांच हो सके। जिलों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। सोमवार को आयोग द्वारा जारी की गई सूची में सब-इंस्पेक्टर, महिला कांस्टेबल, रेडियोग्राफर-अल्टरासाउंड टेक्नीशियन, वीएलडीए, स्टाफ नर्स तथा एमपीएचडब्ल्यू (महिला) की परीक्षाओं में ओएमआर शीट खाली छोड़ने वालों के नाम शामिल हैं।
पंजाब और राजस्थान के अभ्यर्थी भी
आयोग ने खाली ओएमआर शीट छोड़ने वालों की जो सूची जारी की है, उसमें हरियाणा के अलावा पंजाब और राजस्थान के अभ्यर्थी भी हैं। ऐसे में यह मामला हरियाणा के साथ दूसरे राज्यों से भी जुड़ा होने के आसार हैं। चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि ऐसे सभी उम्मीदवारों की लिस्ट सार्वजनिक होगी। उनका कहना है कि ओएमआर शीट खाली छोड़ना सही नहीं है। ऐसे सभी अभ्यार्थी पुलिस जांच के दायरे में भी आएंगे।
भर्ती प्रक्रिया से बाहर, कार्रवाई भी हाेगी
विभिन्न परीक्षाओं के दौरान ओएमआर शीट खाली छोड़ने के मुद्दे पर आयोग चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर उन्हें पूरा फीडबैक दिया था। बताते हैं कि मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद ही ऐसे अभ्यार्थियों के नाम सार्वजनिक करने का निर्णय लिया गया। इन अभ्यार्थियों को भर्ती प्रक्रिया से पूरी तरह से बाहर कर दिया है। इतना ही नहीं, ओएमआर शीट खाली छोड़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होगी।