चंडीगढ़, 17 फरवरी (ट्रिन्यू)
पिछले साल अत्याधिक बारिश, ओलावृष्टि, जलभराव और कीट हमलों से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने मुआवजा जारी कर दिया है। प्रदेश के 12 जिलों में नुकसान की रिपोर्ट सरकार के पास विशेष गिरदावरी के जरिये पहुंची। कुल 8 लाख 95 हजार 712 किसानों की फसलें बर्बाद हुईं और सरकार ने उनके लिए 561 करोड़ 11 लाख 57 हजार 44 रुपये का मुआवजा मंजूर किया है। मुआवजे की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर करने की बृहस्पतिवार को शुरुआत हो गई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जिला उपायुक्तों के साथ बैठक की।
सीएम ने उपायुक्तों को कहा कि वे जल्द से जल्द किसानों के खातों में मुआवजा राशि का भुगतान सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि 11 दिनों के भीतर यानी 28 फरवरी तक मुआवजा वितरण की प्रक्रिया को पूरा किया जाए। साथ ही, सीएम ने कहा कि रबी-2022 सीजन के दौरान फसलों को हुए नुकसान के आकलन के लिए
चल रही गिरदावरी को जल्द पूरा करके रिपोर्ट भेजें, जिससे किसानों को खराब फसलों का मुआवजा दिया जा सके।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार किसान हितैषी है और किसानों को समय पर मुआवजा देने के अलावा किसान हित में कोई भी कदम उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे दिन गए, जब किसान मुआवजा पाने के लिए सालों इंतजार करते थे। अब पूरी व्यवस्था डिजिटल हो गई है। अब किसान भी विश्वास करने लगे हैं कि उन्हें कम समय में मुआवजा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पिछले 7 सालों से निरंतर किसानों के हितों में कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। फसल बीमा योजना के अलावा किसानों को जोखिम फ्री बनाने के लिए भावांतर भरपाई योजना से लेकर मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना चलाकर राज्य सरकार ने सदैव किसानों को यही संदेश दिया है कि सरकार सदैव उनके साथ खड़ी है और आर्थिक तौर पर किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं आने दी जाएगी।
फतेहाबाद के लिए 95 करोड़ मंजूर
फतेहाबाद जिला के 132 गांवों के 1 लाख 21 हजार 733 किसानों की फसलों को नुकसान हुआ। आकलन के बाद सरकार ने 95 करोड़ 29 लाख 500 रुपये की राशि जारी की है। सिरसा के 56 गांवों के 1 लाख 34 हजार 918 किसानों के लिए 72 करोड़ 86 लाख 39 हजार 222 रुपये का मुआवजा मंजूर हुआ है। सोनीपत के 97 गांवों के 34 हजार 771 किसान प्रभावित हुए। उनकी भरपाई के लिए 12 करोड़ 26 लाख 15 हजार 186 रुपये जारी हुए हैं। चरखी दादरी के 28 गांवों के 1 लाख 54 हजार 682 किसानों पर मौसम की मार पड़ी। अब सरकार ने किसानों के लिए 45 करोड़ 24 लाख 85 हजार रुपये जारी किए हैं। रोहतक के 37 गांवों के 23 हजार 374 किसानों के यहां नुकसान की रिपोर्ट पर सरकार ने 10 करोड़ 45 लाख 50 हजार 500 रुपये दिए हैं। इसी तरह से झज्जर के 101 गांवों के 50 हजार 766 किसानों की फसलें खराब हुईं। सरकार ने 24 करोड़ 51 लाख 10 हजार रुपये का मुआवजा जारी किया है।
866 गांवों में नुकसान
प्रदेश के 12 जिलों के कुल 866 गांवों में 2021 के दौरान बारिश, जलभराव व कीट हमलों से फसलों को नुकसान हुआ। गुरुग्राम में ऐसा केवल एक ही मामला है और किसान को 10 हजार का मुआवजा मिलेगा।
हिसार में हुई सर्वाधिक हानि
खरीफ सीजन 2021 के दौरान फसलों को सबसे अधिक नुकसान हिसार जिला में हुआ। हिसार के कुल 198 गांवों में 2 लाख 9 हजार 880 किसानों की फसलें खराब हुई। सरकार ने हिसार के किसानों के लिए सर्वाधिक 172 करोड़ 32 लाख 21 हजार रुपये की मुआवजा राशि मंजूर की है। भिवानी जिलों में भी किसानों को बड़ी चपत लगी है। यहां के 192 गांवों के किसानों की फसलें बर्बाद हुईं।