कुरुक्षेत्र, 15 नवंबर (हप्र)
मारकंडा नदी के तट पर श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ गोवर्धन पूजा का आयोजन धूमधाम से किया गया। अखिल भारतीय श्री मार्कण्डेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी के सान्निध्य में इस मौके पर गोवर्धन महाराज की मूर्ति बनाकर पूजा-अर्चना की गई। इसके उपरांत मंदिर परिसर में भजन संकीर्तन का आयोजन किया गया। संकीर्तन के बाद अन्नकूट के अवसर गोवर्धन महाराज को छप्पन भोग का लगाया गया और प्रसाद वितरित किया गया। इस पर महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि इस पूजा का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण अपनी शरण में आये अपने भक्तों एवं हर प्राणी की रक्षा करते हैं। इस मौके पर किन्नर वर्ग महंत गुरमीत कौर, स्वामी सीता राम, स्वामी अमरदास, स्वामी संतोषानंद, स्वामी विश्वनाथ पुरी, बशेश्वर नाथ शर्मा, कर्मचंद शर्मा, सुरेश शर्मा, सतीश कुमार शर्मा, संजीव भूस्थला, अवतार सिंह, मा. मामराज मंगला, करुणा शर्मा, देवकी शर्मा, वंन्दना भारद्वाज, मंजीत कौर, कौशल्या देवी, संतोष, राज रानी, बबिता इत्यादि मौजूद थे।
दु:खभंजन मंदिर में श्रद्धाभाव से मनाया अन्नकूट
श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा की ओर से अन्नकूट का पर्व दु:खभंजन मंदिर में श्रद्धाभाव से मनाया गया। सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मास्क लगाकर श्रद्धालु भंडारे में पहुंचे। लोगों ने काफी कम संख्या में प्रसाद ग्रहण किया। कोरोना संकट को देखते हुए आयोजकों ने भी अन्नकूट का भंडारा पैक करके देने को प्राथमिकता दी। भगवान का भोग लगाने के बाद अन्नकूट का भंडारा शुरू हुआ। अनेक साधु-संतों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा, प्रधान पवन शास्त्री, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, पूर्व प्रधान यशेंद्र शर्मा, पार्षद नितिन भारद्वाज, राजीव अच्चू स्वामी, नीरज कुमार, बाल कृष्ण सिखोले, यशपाल शर्मा, चंद्र प्रकाश, जागलान, नाथ शर्मा, राज कुमार शर्मा ने भी प्रसाद ग्रहण किया।
जयराम विद्यापीठ में भंडारे का आयोजन
कार्तिक महीने में दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा और अन्नकूट का विशेष महत्व है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के तीर्थों और आश्रमों में विभिन्न आयोजन तथा पूजन किये गए। ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ के अन्नपूर्णा हाल में आस्था और श्रद्धा से अन्नकूट पर भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर ब्रह्मचारी रोहित कौशिक तथा आचार्य पं. राजेश प्रसाद लेखवार द्वारा विधिवत पूजन के साथ भंडारा प्रारंभ किया गया। जयराम विद्यापीठ के आचार्य पं. राजेश लेखवार शास्त्री ने बताया कि दीपावली के अगले दिन विधिवत गोवर्धन पूजा होती है और साथ अन्नकूट भण्डारों का आयोजन होता है। भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर ट्रस्टियों ने आस्था के साथ भंडारे में प्रसाद वितरित किया और उसके बाद स्वयं भी ग्रहण किया। इस अवसर पर केके कौशिक, डा. जेएन कौशिक, देवेंद्र शर्मा, खरैती लाल सिंगला, सुरेंद्र गुप्ता, राजेश सिंगला, सुशील कंसल, एसएन गुप्ता, टेक सिंह लौहार माजरा, विनोद कुमार इत्यादि भी मौजूद थे।
वितरित किया अन्नकूट प्रसाद
सिरसा (निस) : श्री अग्रवाल सभा सिरसा की ओर से श्री अग्रवाल सेवा सदन के प्रांगण में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर मनमोहन गोयल सहित सभा के अनेक पदाधिकारी मौजूद थे। इस सिलसिले में सभा के अश्विनी बांसल ने बताया कि अन्नकूट प्रसाद वितरण में शहरभर के लोगों ने हिस्सा लिया और प्रसाद ग्रहण किया। सभा की ओर से सर्वप्रथम गोवर्धन पूजा की गई। इसी के साथ महाराजा अग्रसैन महाराज के चित्र पर माल्यार्पण भी किया गया।
अन्नकूट पर्व एवं गोवर्धन पूजा का आयोजन
पानीपत (एस) : एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्थापित प्राचीन मंदिर में रविवार को अन्नकूट पर्व एवं गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया। शहर के 1946 में स्थापित एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रांगण में प्राचीन मंदिर में पिछले 71 वर्षों से दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा के मौके पर अन्नकूट पर्व का निरंतर आयोजन किया जा रहा है। पूजा में एसडी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के चेयरमैन पवन गर्ग, एसडी एजुकेशन सोसाइटी के संरक्षक रोशन लाल मित्तल, सचिव दिनेश गोयल, एसडीवीएम हुडा के चेयरमैन सतीश चन्द्र, एसडीवीएम सिटी के चेयरमैन रघुनन्दन गुप्ता, एपीट के चेयरमैन उमेश अग्रवाल, एमएएसडी के चेयरमैन विनोद गुप्ता आदि पदाधिकारियों ने भाग लिया।
श्रद्धालुओं ने लिया महाभोज में हिस्सा
शाहाबाद मारकंडा (निस) : अन्नकूट और गोवर्धन पूजा का त्योहार रविवार को पूरे धार्मिक उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर मंदिरों में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया और महिलाओं ने अपने-अपने घर भगवान गोवर्धन की पूजा अर्चना की। दूसरी ओर अन्नकूट उत्सव के मौके पर अन्नपूर्णा मंदिर, ठाकुरद्वारा मंदिर, देवी मंदिर में लंगर का आयोजन किया गया है और हजारों श्रद्धालुओं ने इस महाभोज में हिस्सा लिया। मंदिरों के अतिरिक्त बाजारों में भी श्रद्धालुओं की ओर से लंगर लगाए गए।
परंपरागत श्रद्धा के साथ की गोवर्धन पूजा
इन्द्री (निस) : क्षेत्र में गोवर्धन पूजा का त्योहार श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शहर के वार्ड के चार में गोवर्धन पूजा के दौरान श्रद्धालुओं में खास उत्साह देखा गया। रक्तदान के क्षेत्र में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा चुके डॉ. सुरेश सैनी, सरोज सैनी, डिंपल, महक नोनू, रेणु, प्रेम देवी सहित अनेक लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत की और परंपरागत श्रद्धा के साथ गाय के गोबर, गन्ना, बींड सहित देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा को लोग अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं।
मंदिरों में प्रसाद वितरित
उकलाना मंडी (एस) : शहर के मंदिरों में गोवर्धन पूजा के मद्देनजर दिनभर अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया। मान्यता है कि इस अन्नकूट के प्रसाद से घर में खुशहाली आती है। उकलाना के श्रीसाईंनाथ मंदिर, श्रीबालाजी मंदिर, श्रीहनुमान मंदिर, श्रीसनातन धर्म मंदिर, श्रीशिव मंदिर आदि में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया। इसके अलावा श्री विश्वकर्मा धर्मशाला में विश्वकर्मा दिवस पर हवन-यज्ञ किया गया और प्रसाद वितरित किया गया।
श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गोवर्धन पर्व
जगाधरी (निस) : रविवार को जगाधरी आदि इलाकों में गोवर्धन का पर्व श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने गौशालाओं में जाकर गायों को ग्रास खिलाया। मंदिरों में जाकर भगवान श्री कृष्ण जी की पूजा कर पशुधन, फसल, कारोबार में तरक्की की कामना की। वहीं शाम के समय गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर इसमें मुद्रा, बर्तन, दूध की मंधानी, खेती करने के यंत्र, गन्ने, बेर,दूध, दही, मक्खन, खील-बताशे, किताबें आदि रखकर पूजा की। घर -घर में गोवर्धन जी का पूजन कर दीये जलाए गए। बुजुर्ग कर्णसिंह, प्रेमसिंह आदि ने बताया कि पुरानी परंपरा के अनुसार आज भी गोवर्धन पूजन के बाद ही गन्ने को चूसा जाता है।