नरेंद्र ख्यालिया/निस
हिसार, 16 मई
सालों से चले आ रहे स्ट्रीम सिस्टम (ऑर्ट, कॉमर्स, साइंस) को केंद्रीय माध्यमिक विद्यालय बोर्ड (सीबीएसई) ने बदलने का निर्णय लिया है, जिससे कोरोना महामारी में स्ट्रीम चुनाव को लेकर असमंजस में फंसे विद्यार्थियों को राहत मिली है। नई व्यवस्था के तहत अब 11वीं के विद्यार्थी अपनी पसंद के कोई भी पांच विषय ले सकेंगे, किंतु अंग्रेजी का अनिवार्य विषय किया गया है।
नए शिक्षा सत्र 2021-22 के दौरान अब 11वीं के विद्यार्थियों को नए नियमों के अनुसार स्ट्रीम का चयन करने में कोई परेशानी नहीं होगी। कोरोना महामारी के कारण 10वीं की परीक्षाएं रद्द किए जाने के कारण सीबीएसई ने नया सिस्टम तैयार कर दिया है। जिसके तहत अब 11वीं में स्ट्रीम और अंकों की अनिवार्यता खत्म हो गई है। संभावना है कि आगामी समय में सीबीएसई द्वारा 10वीं का परिणाम औपचारिक तौर पर घोषित कर दिया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत अब विद्यार्थियों के लिए गणित विषय के साथ फिजिक्स या कमेस्ट्री लेने की बाध्यता नहीं रहेगी। विद्यार्थी अब राजनीतिक विज्ञान के साथ केमेस्ट्री और गणित के साथ हिस्ट्री या राजनीति शास्त्र पढ़ सकेंगे। अब सीबीएसई ने ऑर्ट, कॉमर्स व साइंस सिस्टम को समाप्त कर दिया है। स्ट्रीम सिस्टम के तहत विद्यार्थियों को सभी विषयों को एक साथ लेकर चलना मुश्किल लगता था।
बाध्यता की समाप्त
सीबीएसई की एग्जाम कंट्रोलर नीलम राय ने बताया कि सीबीएसई ने स्ट्रीम बाध्यता को समाप्त कर दिया है। अब विद्यार्थी अपनी पसंद के कोई भी पांच विषय ले सकेंगे, लेकिन अंग्रेजी को अनिवार्य किया गया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने कहा कि अब स्ट्रीम की बाध्यता नहीं है। विद्यार्थी अपनी रुचि के अनुसार और पसंद का कोई भी विषय ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र द्वारा बनाई गई नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार विद्यार्थी किसी भी विषय का चुनाव कर सकता है।