नरेन्द्र ख्यालिया/निस
हिसार, 31 मार्च
राजकीय स्कूलों का सौंदर्यीकरण पर प्रदेश सरकार साढ़े 5 हजार स्कूलों पर 46 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च कर रही है। योजना को फेस लिफ्टिंग नाम दिया गया है जिसका कार्य जोरों पर जारी है। योजना के तहत सरकार का उद्देश्य सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों की तरह सुविधायुक्त एवं सुंदर बनाना है। फेस लिफ्टिंग योजना के तहत प्राथमिक स्कूलों पर 70 हजार रुपये प्रति स्कूल, जबकि उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों पर एक लाख 40 हजार रुपये प्रति स्कूल खर्च किए जा रहे हैं। प्राथमिक स्कूलों पर लगभग 31 करोड़ और उच्च माध्यमिक स्कूलों पर 15 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
योजना की जानकारी देते हुए एपीसी अनील यादव ने बताया कि स्कूलों के सौंदर्यीकरण का काम जोरों पर जारी है जिसके अंतर्गत अभिभावकों व बच्चों को आकर्षित करने व खेल-खेल में पढ़ाई करवाने की योजना पर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हिसार के 247 प्राथमिक स्कूलों व 71 उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के लिए क्रमश: 173 व 103 लाख रुपये की राशि जारी कर दी गई है।
क्या कहती हैं स्कूल प्राचार्य
राजकीय कन्या उच्च विद्यालय सीसवाला की प्राचार्य वंदना रानी ने बताया कि सरकार व विभाग द्वारा लिया गया निर्णय सराहनीय है। इससे न केवल स्कूलों का आकर्षण बढ़ रहा है, बल्कि बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं।
निजी स्कूलों से बेहतर हैं राजकीय स्कूल : जिला शिक्षा अधिकारी
जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिंह सिहाग ने कहा कि सरकार व शिक्षा विभाग का बहुत ही सराहनीय कदम है। प्रदेश के राजकीय स्कूल निजी स्कूल से बेहतर हैं, अब सरकार व विभाग ने फेस लिफ्टिंग योजना शुरू की है, जिसके तहत स्कूलों में पाठ्यसामग्री को प्रिंट करवाया जा रहा है, ताकि बच्चों को खेल-खेल में सिखाया जा सके और बच्चे स्कूलों की तरफ आकर्षित हों।
जोरों पर जारी है काम : डीपीसी
जिला प्रोजेक्ट को-आर्डिनेटर चन्द्रकला ने बताया कि राजकीय स्कूलों के सौंदर्यकरण (फेस लिफ्टिंग) का कार्य जोरों पर है और नया शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले ही सभी स्कूलों का काम पूरा कर लिया जाएगा।