सुरेंद्र दुआ/निस
नूंह/मेवात,15 मई
मेवात के खण्ड स्तरीय गांव इंडरी की तरफ शासन-प्रशासन का ध्यान नहीं जाने से लोग मौत के मुंह में जा रहे हैं। गांववासियों की माने तो उनके अकेले गांव इंडरी में ही एक महीने के अन्दर करीब दर्जनभर से ज्यादा लोग बुखार आदि से मौत का ग्रास बन चुके हैं, जबकि इस खण्ड में करीब डेढ़ दर्जन अलग गांव भी आते हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन द्वारा गांव में सरकारी अस्पताल, कोरोना टेस्टिंग, आइसोलेसन वार्ड, आक्सीजन की व्यवस्था के अलावा मरने वालों की मौत का कारण जानने के लिए कोई टीम तक नहीं पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि लोगाें को बीमार होने पर सोहना सीएचसी या कालियाकी पीएचसी जाकर दवाई आदि लेनी पड़ रही हैं। जबकि एक युवक की शनिवार को भी मौत हुई है। ग्रामीण जगदेव पंवार, ब्रहमा पंडित, निहाल, गंगा, संजय, चरण सिंह आदि ने बताया कि उनके गांव इंडरी में कोई सरकारी अस्पताल नही हैं और यहां बुखार से अब तक करीब दर्जनभर से ज्यादा लोग मौत का शिकार हो चुके हैं लेकिन आज तक जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ कोई जांच टीम नहीं पहुंची।
इस बारे में जिला सिविल सर्जन डा. सुरेन्द्र सिंह यादव ने शनिवार को कहा कि उनके सामने अभी तक गांव इंडरी की ऐसी कोई शिकायत नहीं पहुंची हैं और साथ ही दावा कर कहा कि वह संबंधित पीएचसी से इसकी जानकारी लेने के बाद ही कुछ कह पाएंगे।