पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत 23 सितंबर
राई के गांव खुर्मपुर में उत्तर-प्रदेश के बागपत के नंगला बहलोलपुर गांव के लोगों के वोट बनाने और उनके मतदान में प्रयोग का मामला सामने आया है। यह खेल पिछले 16 साल से चल रहा है। पहले 248 लोगों के वोट बनाये गये थे। वर्ष-2010 में 220 वोट काट दिये गये। दस साल से 28 वोट अब भी है।
यह मामला पार्षद ने प्रशासन के संज्ञान में लाया तो इसकी जांच बैठाई गई। पटवारी व बीएलओ ने जब जांच की तो खुर्मपुर के जिन मकान के नंबर बताकर वोट बनाये गये थे, उन मकानों में इनमें से कोई व्यक्ति नहीं मिला। नंबरदार और ग्रामीणों ने तस्दीक की वे भी इन वोटरों को नहीं जानते थे और न इनके कभी गांव में नहीं रहने की बात सामने आई है। 16 साल बाद बीएलओ ने अब वोट काटने की सिफारिश की है। वर्ष-2004 में मिलीभगत करके उत्तर प्रदेश के बागपत के नंगला बहलोलपुर गांव के लोगों 248 वोट खुर्मपुर गांव में बनवा दिये गये। चुनाव में फायदा लेने के लिए यह खेल किया गया था। वर्ष-2010 के पंचायत चुनाव से पहले लिस्ट में यूपी के वोट देखकर इसकी शिकायत की गई। उस समय 220 वोट काट दिये गये थे। अब 28 वोट के कारण राई में विधायक से लेकर सरपंच तक की किस्मत बदल जाती है। विधायक के चुनाव में वर्ष 2014 में केवल तीन वोट से हार-जीत का फैसला हुआ था। इसी तरह पंचायत चुनाव में दस से कम वोट से हार-जीत का फैसला हुआ था।
पार्षद ने दी शिकायत
पार्षद नंदकिशोर चौहान ने 28 वोटों को फर्जी बताते इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। डीसी श्यामलाल पूनिया का कहना है कि खुर्मपुर गांव में यूपी के लोगों के वोट होने की शिकायत आई थी। इस तरह से गलत वोट हैं तो उनको कटवाया जा सकता है। इसकी जांच कराई जा रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।