चारु शर्मा
दही का भोजन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। कहा तो यह भी जाता है कि एक कटोरी दही का सेवन करने से हमें एक दिन के लिए पर्याप्त पौष्टिक तत्व मिल जाते हैं। हम सभी को दही का सेवन किसी ना किसी रूप में करना चाहिए। फिर चाहे वह दही से बनी लस्सी हो, रायता हो या छाछ। दही कई प्रकार के पौष्टिक तत्वों से युक्त है, जैसे – कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन, जिंक, फास्फोरस, प्रोटीन और आयरन। हम सभी जानते हैं कि ये तत्व हमारे शारीरिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दही का नियमित सेवन कुछ बीमारियों में भी बचाता है। तो आइये जानते हैं दही के कुछ फायदों के बारे में-
कब्ज़, गैस या अपच की शिकायत होने पर दही में अजवायन मिलाकर सेवन करना चाहिए। इससे पेट की गर्मी भी दूर होती है।
मुंह में छाले होने पर दही का सेवन करने से शीघ्र लाभ होता है।
दही का नियमित सेवन भूख बढ़ाता है और पाचन शक्ति में भी वृद्धि होती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। यह श्वेत रक्त कणिकाओं की संख्या भी बढ़ाता है।
दस्त होने पर दही का सेवन करना फायदेमंद होता है।
दही में मौजूद कैल्शियम हड्डियों और दांतों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
दही में काला नमक, सौंठ, पुदीना या जीरा पाउडर मिलाकर खाएं। सर्दी या खांसी की शिकायत होने पर या रात को दही न खाएं।
त्वचा, बालों के लिए भी लाभकारी
चहरे पर मुहांसे होने पर दही का लेप लगाने से फायदा होता है।
गर्मी में सनबर्न की शिकायत हो जाती है। यदि उस स्थान पर दही लगाया जाए तो काफी आराम मिलता है।
दही में बेसन, हल्दी और गुलाब जल मिलाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा में निखार आता है।
दही बढ़ती उम्र के निशान और झुर्रियों को कम करने में भी सहायक है।
बाल धोने से 20 मिनट पहले दही को बालों में अच्छी तरह लगाएं। इससे बालों का रूखापन और रूसी दूर होती है।
दही-बेसन बालों में लगाने से इनका झड़ना रुकता है।
तो तमाम फायदों को देखते हुए आप भी इसे अपने भोजन का हिस्सा बना लें। हालांकि आयुर्वेद में कहा गया है कि शरीर के हिसाब से यानी शरीर की प्रकृति के हिसाब से दही का खाना या नहीं खाना निर्भर करता है। यानी कफ, पित्त और बाय के हिसाब से चीजें पचती हैं तो आप भी यह देखें कि आपको दही कितनी पचती है। हालांकि दही के अन्य गुण तो सबके लिए हैं ही।