रेवाड़ी, 21 जनवरी/निस
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-जयपुर हाईवे पर 2 स्थानों पर धरने पर बैठे किसानों ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार द्वारा डेढ़ वर्ष तक कानूनों को स्थगित रखने के दिए नये प्रस्ताव पर मंथन किया। जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान व नेता जमे हुए हैं। उन्हें केंद्रीय नेतृत्व के नये निर्देशों का इंतजार है। विभिन्न राज्यों के किसानों व नेताओं की संख्या बॉर्डर पर लगातार बढ़ती जा रही है। पुलिस व सुरक्षाकर्मी बॉर्डर पर लगातार किसानों की निगरानी भी कर रहे हैं।
आज इनेलो नेता अभय चौटाला ट्रैक्टरों के काफिले के साथ रेवाड़ी पहुंचे, जहां उनका जिलाध्यक्ष डा. राजपाल यादव व कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। अभय जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर पहुंचे और किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया। किसान कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे हैं और सरकार द्वारा इन काले कानून को फायदेमंद बताना हास्यस्पद नजर आता है।
‘26 से पहले रद्द किये जायें कानून’
महेन्द्रगढ़/कनीना (निस) : महेन्द्रगढ़ और कनीना में ट्रैक्टर रैली के दौरान अभय चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार से 26 जनवरी से पहले कानून रद्द करने चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर यात्रा के जरिए परेड करेंगे। महेन्द्रगढ़ में जिला मुख्यालय स्थापित करवाने की मांग को लेकर स्थानीय वकीलों द्वारा पिछले 60 दिनों से चलाये जा रहे अनिश्चितकालीन आंदोलन के तहत स्थानीय न्यायालय परिसर में धरने पर बैठे वकीलों के बीच बृहस्पतिवार को इनेलो विधायक अभय चौटाला पहुंचे। उन्होंने कहा कि महेन्द्रगढ़ बहुत पुराना जिला है, मगर जिला मुख्यालय से वंचित है। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में उनकी पार्टी की सरकार बनी तो नारनौल व महेन्द्रगढ़ को अलग-अलग जिला बनाया जायेगा ।