नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 28 मार्च
द्वारका एक्सप्रेस-वे पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर आज हादसा हो गया। यहां 3 पिलर्स के बीच रखे 2 स्पैन टूटकर जमीन पर आ गिरे। हादसे के समय साइट पर मौजूद 3 श्रमिक गंभीर घायल हो गए। वहीं मशीनें, वाहन व निर्माण कार्य से संबंधित उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए। राहत एवं बचाव दल ने पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई शुरू कर दी। अधिकारियों का कहना है कि हादसे के कारणों की जांच की जाएगी।
घटना रविवार की सुबह 7 बजकर 20 मिनट पर गांव दौलताबाद के पास हुई। अचानक तेज आवाज के साथ धरती कांपी और कुछ पल के लिए धूल का गुब्बार उठा। इससे आसपास सैर कर रहे लोग दहशत में आ गये। यहां निर्माणाधीन फ्लाईओवर के 3 पिलर्स के बीच डाली गई 2 स्पैन टूटकर जमीन पर गिर गयी। साइट पर घायल 3 श्रमिकों को पालम विहार के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। स्पैन गिरने से इसे लांच करने के लिए लगाए गार्डर, मशीनरी, निर्माण से संबंधित सामान व हाईड्रोलिक मशीन के साथ निर्माण कार्य से संबंधित वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। तीनों घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
घटना के कुछ ही देर बाद एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस के वाॅलिंटियर्स ने मोर्चा संभाल लिया। एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य कर रही लर्सन एंड टर्बो लिमिटेड व नेशनल हाईवे अथोरिटी आॅफ इंडिया के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
कमेटी करेगी जांच
एनएचएआई के एक अधिकारी ने कहा कि हादसे के कारणों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा। फिलहाल राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है। निर्माण स्थल पर हादसे के समय कर्मचारी नहीं थे, फिर भी सारी रिपोर्ट तलब की गई है। बताते हैं कि जिस स्थान पर हादसा हुआ वहां स्पैन में आई दरार की रिपेयरिंग का कार्य चल रहा था। गनीमत यह रही कि होली के कारण ज्यादातर श्रमिक काम पर नहीं थे और जो मौजूद थे उन्होंने हादसे के समय तक काम शुरू नहीं किया था।
तकनीकी सुविधाओं से लैस होगी सड़क
द्वारका एक्सप्रेस-वे देश में सबसे अधिक लागत और तकनीकी प्रयोग के साथ-साथ सुविधाएं उपलब्ध करवाने वाली सड़क होगी। 29 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे का 18.9 किमी का हिस्सा हरियाणा तथा 10.1 किमी हिस्सा दिल्ली की सीमा में है। यह टोल बूथ रहित पूरी तरह से आटोमेटिड होगा तथा 23 किलोमीटर का हिस्सा सिंगल पिलर पर 8 लेन का होगा। चार किलोमीटर की लंबाई में रोड सुरंग से निकलेगा। लगभग 9 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस एक्सप्रेस-वे पर 6 लेन की सर्विस रोड भी बनाई जा रही है। द्वारका के पास इस एक्सप्रेस-वे पर भारत का पहला चार लेवल का इंटरचेंज का निर्माण किया जाएगा, जिसमें टनल अथवा अंडरपास, ग्रेड रोड़, ऐलीवेटिड फ्लाईओवर तथा फ्लाईओवर से ऊपर एक और फ्लाईओवर बनेगा। एयरपोर्ट के लिए 3.6 किलोमीटर लंबाई की 8 लेन की टनल (सुरंग) बनाई जाएगी और यह अर्बन रोड़ टनल भारत में अपनी तरह की पहली होगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर भी हुआ था हादसा
इससे पहले 22 अगस्त, 2020 की रात करीब 10 बजे निर्माणाधीन दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे का एक हिस्सा इसी तरह से गिर गया था। इसकी जांच में निर्माण कंपनी की खामी सामने आई। जिसके बाद करीब 3 करोड़ रुपये का जुर्माना निर्माण कंपनी ओरियंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स लिमिटेड (ओएसई) पर लगाया गया।
तकनीकी विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय कमेटी पूरी मामले की जांच करेगी। कमेटी के सदस्य हादसा स्थल का दौरा कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। जांच पूरी होने तक निर्माण कार्य बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। हम यह निश्चित करेंगे कि ऐसा हादसा दोबारा न हो।
-निरमाण जंबूलकर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर-एनएचएआई