चंडीगढ़, 22 सितंबर (ट्रिन्यू)
पूर्व सीएम एवं विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एमएसपी में केंद्र सरकार की ओर से की गई मामूली बढ़ोतरी से किसानों को कोई फायदा नहीं होने वाला। यूपीए सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि मौजूदा बढ़ोतरी, कांग्रेस कार्यकाल के मुकाबले कुछ नहीं। आज मंडियों में धान, बाजरा, मक्का, मूंग और कपास एमएसपी से कम रेट पर पिट रहा है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि मंडियों में एमएसपी पर खरीद नहीं होती। ऐसे में मजबूरी में किसानों को प्राइवेट कंपनियों को औने-पौने दामों में अपनी फसलें बेचनी पड़ती हैं। मंगलवार को चंडीगढ़ से जारी बयान में हुड्डा ने कहा कि किसानों का दाना-दाना एमएसपी पर खरीदने का दावा करने वाली राज्य की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को मंडियों में जाकर देखना चाहिए। प्रदेश की कई मंडियां धान से अटी हैं लेकिन सरकार ने अभी तक खरीद शुरू नहीं की है।
उन्होंने कहा कि 1850 रुपये एमएसपी होने के बावजूद किसान अपनी धान को 1000-1200 रुपये में बेच रहे हैं। नये कानून लागू करके सरकार किसानों को जिन प्राइवेट कंपनियों के हवाले करना चाहती है, आज वही कंपनियां किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर एमएसपी से कम रेट पर उनकी फसलों को खरीद रही हैं। हुड्डा ने कहा कि किसान, आढ़ती और विपक्ष सरकार से लगातार मांग कर रहे थे कि धान की खरीद 15 सितंबर से होनी चाहिए। राज्य सरकार ने खुद 25 सितंबर से खरीद शुरू करने का ऐलान किया था लेकिन अब पहली अक्तूबर से खरीद शुरू करने की बात कही है।