सोनीपत, 20 जनवरी (हप्र)
कुंडली बाॅर्डर धरनास्थल पर बुधवार को किसान आंदोलन के मुख्य मंच पर गुरु गोबिंद सिंह जयंती के मौके पर किसानों ने जश्न मनाया। किसानों ने गुरु की याद में शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा में निहंग दस्ते से करतब दिखाए तो महिलाओं और रागी जत्थों ने दिनभर गुरबाणी और नगर कीर्तन किया।
3 कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर धरनारत किसानों ने बाॅर्डर से बीसवां मील तक 12 किलोमीटर क्षेत्र में विशाल नगर कीर्तन का आयोजन किया। सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक बाॅर्डर पर गुरुद्वारों जैसा माहौल दिखाई दिया। नगर कीर्तन में पूरा हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान सिख युवाओं ने व्यवस्था का जिम्मा संभाला तो वहीं, निहंग श्रद्धालुओं ने घोड़ों के साथ करतब दिखाए। साथ ही तलवारबाजी कर बहादुरी का परिचय भी दिया। गुरु गोबिंद सिंह की बहादुरी से परिपूर्ण किस्से डिजिटली प्रस्तुत किए गए।
भाईचारे का संदेश देती झांकी
गुरु गोबिंद सिंह जयंती पर बाॅर्डर पर झांकी निकाली गई। इसके माध्यम से न केवल एकता का परिचय दिया, बल्कि भाईचारे की सीख भी दी गई। इस दौरान एक तरफ जहां सिख श्रद्धालु झांकी में शामिल रहे तो वहीं, हरियाणा के युवाओं ने व्यवस्था का जिम्मा संभाले रखा। प्रसाद तैयार कराने से लेकर लंगर तक खाद्य सामग्री पहुंचाने की कमान बुधवार को हरियाणा के युवाओं ने संभाली और सिख भाइयों को गुरबाणी व नगर कीर्तन में शामिल होने के लिए जाने को कहा। सिख समुदाय के लोगों ने भी हरियाणा के युवाओं के सेवाभाव की जमकर तारीफ की और नगर कीर्तन के दौरान भी लगातार भाईचारे का संदेश देते रहे।
निहंगों ने दिखायी कलाबाजी
नगर कीर्तन में शामिल निहंग जत्थेदारों ने भी जमकर बहादुरी व कौशल का प्रदर्शन किया। यहां घोड़ों पर करतब दिखाए गए तो तलवारबाजी भी प्रदर्शित की गई। निहंग बाबा दास राजाराम सिंह ने बताया कि उनके निहंग सदस्यों ने यहां पर जमकर बहादुरी दिखाई है। घोड़ों पर अनेक करतब व कलाबाजियों में ये माहिर हैं।