झज्जर, 20 जुलाई (हप्र)
संसद मार्च के लिए कूच करने वालों में टीकरी बॉर्डर के किसान भी शामिल होंगे। बुधवार को टीकरी बॉर्डर से किसानों का एक जत्था सिंघु बॉर्डर के लिए रवाना होगा। रात को ये किसान वहीं रुकेंगे और 22 मार्च को संसद मार्च में शामिल होंगे।
किसान नेता प्रगट सिंह ने यह जानकारी दी और कहा कि संसद मार्च में जो किसान शामिल होंगे, उन सभी के पहचान पत्र बनाए जाएंगे और जत्थेबंदी का लीडर मार्च में शामिल होने वाले किसान की पहचान करेगा। हर जत्थेबंदी से संसद मार्च में पांच-पांच किसानों के शामिल होने का फैसला लिया गया है। 200 किसानों का जत्था संसद मार्च में शामिल होगा। इस बात का पूरा-पूरा ख्याल रखा जाएगा कि कोई भी शरारती तत्व मार्च में न घुसने पाए। किसानों का फैसला है कि 13 अगस्त तक मानसून सत्र के दौरान रोजाना किसान संसद मार्च करेंगे।
संसद में किसानों को मिला विपक्षी दलों का साथ
प्रगट सिंह ने कहा कि संसद में विपक्षी दलों द्वारा प्रधानमंत्री तक किसानों की आवाज पहुंचाने से किसान खुश हैं। संसद में प्रधानमंत्री को ‘किसान जिंदाबाद’ और ‘काले कानून वापस लो’ के नारे सुनाई दे रहे है। किसान इस बात से बेहद खुश है कि विपक्षी दलों का किसानों को पूरा साथ मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि किसान अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वास्त है। प्रधानमंत्री को हर हाल में किसानों की मांग माननी पड़ेगी।
सरकार द्वारा वीआईपी लोगों की जासूसी कराने के मुद्दे पर प्रगट सिंह ने कहा कि व्हाट्सएप कॉल टैप करना लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों को लोकतंत्र और लोकराज पर पूरा विश्वास है, लेकिन सरकार को लोगों पर विश्वास नहीं है।
हिसार (हप्र) : संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान 22 जुलाई को संसद पर प्रदर्शन करेंगे। किसान सभा के जिला प्रेस सचिव सूबे सिंह बूरा ने बताया कि जिले से हजारों किसान प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाएंगे।
इस दिन किसान संसद भी चलाएंगे और इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा किसान सभा का बेमियादी धरना आज 85वें दिन भी जारी रहा।
उधर, भारतीय किसान संघर्ष समिति की एक बैठक जिंदल पार्क में हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रधान सुरेश कौथ ने की। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान संघर्ष समिति पिछले सात आठ महीनों से अपना सहयोग व समर्थन दे रही है और सिंघु बॉर्डर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए आंदोलन को मजबूत किया गया है। बैठक के दौरान समिति के संगठन में बदलाव करते हुए एक 21 सदस्यीय कार्य समिति का गठन किया गया जो इस आंदोलन को आगे बढ़ाएगी। इस समिति में सत्यवान कनोह, कृष्ण कनोह, बबलु सहरावत, जोगेंद्र मय्यड़, अमित ढाका, जगबीर किरमारा, सत्यवान राजली समेत कई लोग शामिल हैं।
बैठक में निर्णय लिया गया कि समिति की अगली बैठक 26 जुलाई को सिंघु बॉर्डर पर होगी, जिसमें आंदोलन को तेज करने की रणनीति तैयार की जाएगी।
गांव की मिट्टी लेकर बॉर्डर पर जाएगी खाप
भिवानी (हप्र) : किसान आंदोलन में युवाओं की ज्यादा से ज्यादा भूमिका बढ़ाने एवं गांव-गांव में किसान आंदोलन के प्रति जन-जागरण फैला कर सर्वजातीय जाटू खाप-84 अपनी खाप के सभी गांवों से टीमें बनाएगी और गांव-गांव से मिट्टी लेकर टिकरी बॉडर पर पहुंचेंगी। इसके लिए गांव-गांव जाकर अभियान चलाया जा रहा है। टीमें बनाई जा रही है जो इस यात्रा के बाद आगे जब तक किसान आंदोलन चलेगा उसमें हर प्रकार से सहयोग करने के लिए तैयार किया जा रहा है। इस यात्र को 26 जुलाई को गांव धनाना से सर्वजातीय जाटू खाप 84 के प्रधान सुबेदार राजमल धनाना झण्डी दिखाकर रवाना करेंगे। इसका रोडमैप तैयार कर लिया गया है। किसानों ने कहा कि यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक सरकार तीनों काले कानूनों को वापस नहीं ले लेती।