गुरुग्राम, 11 मई (हप्र)
एक प्लाॅट पर कई दफा लोन लेने के मामले में गिरफ्तार आरटीआई एक्टिविस्ट हरेंद्र धींगड़ा के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की गई है। अवैध वसूली के मामले में यह एफआईआर एक बैंक्वेट हाॅल संचालक की शिकायत पर दर्ज की गई है। धींगड़ा का साथ देने के मामले में एक पत्रकार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
सेक्टर 18 थाने में दर्ज ताजा एफआईआर में संजीव कुमार नामक बैंक्वेट संचालक ने आरोप लगाया कि 3 साल पहले अवैध बैंक्वेट हाॅल से संबंधित मामला हरेंद्र धींगड़ा ने उठाया था। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए अनेक बैंक्वेट हाॅल को सील कर दिया गया था। इसी क्रम में हरेंद्र धींगड़ा ने उससे 50 लाख रुपये मांगे थे। साथ ही धमकी भी दी थी कि बैंक्वेट हाॅल चलाना है तो मंथली देनी पड़ेगी। मामले में दोनों के बीच समझौता हो गया था और उसने 5 लाख रुपये हरेंद्र धींगड़ा को दे दिए थे। आरोप है कि इसके बाद भी धींगड़ा उसके ऊपर और पैसा देने का दबाव बना रहा था। हरेंद्र धींगड़ा ने उसे यह कहकर भी रौब दिखाया था कि उसे कई अधिकारी भी मंथली देते हैं। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार सेक्टर 18 थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
फर्जी दस्तावेज बनाने में मदद करता था पत्रकार
दूसरी तरफ, धींगड़ा के साथी रहे एक पत्रकार मोहम्मद शहनवाज आलम को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसका लेपटाॅप व दूसरे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स भी अपने कब्जे में लिए हैं। आरोप है कि गिरफ्तार मोहम्मद शहनवाज आलम फर्जी दस्तावेज तैयार करने में हरेंद्र धींगड़ा की सहायता करता था। उसके पास से एचएसवीपी के तहसीलदार की फर्जी मोहर भी बरामद की गई है। मंगलवार को पुलिस ने हरेंद्र धींगड़ा व उनके दोनों बेटे तरुण व प्रशांत धींगड़ा को अदालत में पेश किया। जहां से हरेंद्र धींगड़ा को जेल भेज दिया गया जबकि दोनों बेटों को 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।