भोपाल, 17 अक्तूबर (एजेंसी)
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों के लिये होने वाले उपचुनावों के मद्देनजर बंदूक के इस्तेमाल और हिंसा रोकने के लिये भिंड जिले में पुलिस ने एक नयी पहल की है। इसके तहत कारतूसों पर क्यूआर कोड की मुहर लगाई जा रही है, जिससे गोली चलाने वाले की पहचान जल्द और आसानी से हो सके। मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के तहत भिंड जिले में दो सीटों तथा ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में 16 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। चंबल के बीहड़ कभी मलखान सिंह और पान सिंह तोमर जैसे बागियों का अड्डा रहे थे जिन्होंने बंदूक के दम पर इलाके में आतंक का राज कायम किया था। ‘‘बैंडिट क्वीन” फूलन देवी ने भी सांसद बनने से पहले चंबल के बीहड़ों में ही राज किया था। जिला पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पिछले 5 साल में भिंड में 150 हत्याएं हुई हैं। इनमें से अधिकांश अवैध हथियारों के इस्तेमाल से हुई हैं।’ पुलिस सूत्रों ने बताया कि पिछले विधानसभा चुनावों जिले में हिंसा और धांधली करने की कोशिशें हुई थीं जिन्हें नाकाम कर दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘इसलिये उपचुनावों से पहले पुलिस ने जिले में 22 हजार से अधिक हथियार लाइसेंसधारियों को क्यूआर कोड वाली गोलियां लेने के लिये कहा है।