पिहोवा 11 मई (निस)
लॉकडाउन के दौरान अमावस पर सरस्वती तीर्थ पर पिंडदान करने आए श्रद्धालुओं पर लगाई गई रोक के दौरान प्रशासन द्वारा एक वीआईपी पूजा-पाठ करवाने को लेकर ब्राह्मण समाज में रोष फैल गया। यह मामला उस समय और ज्यादा भड़क गया जब एक युवक ने मोबाइल द्वारा फोटो खींच ली और पुलिस कर्मियों ने युवक का मोबाइल छीन लिया। मोबाइल छीनने की खबर लगते ही अनेक युवक इकट्ठे हो गए। मामला बिगड़ता देख पुलिस कर्मियों ने तुरन्त युवक का मोबाइल वापस कर दिया। आम लोगों पर पाबंदी लगाकर वीआईपी को पूजा-पाठ कराने की प्रशासन की दोगली नीति के खिलाफ ब्राह्मण युवक भड़क गए। पुरोहित व ब्राह्मण सरस्वती तीर्थ पर एकत्रित हुए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। मां सरस्वती तीर्थ सुधार सभा के प्रधान एवं पुरोहित गोपाल कोशिश ने बताया कि प्रशासन ने चौदस व अमावस पर तीर्थ पर गति, पिंडदान, तर्पण व पूजा-अर्चना करने पर रोक लगाई है। लेकिन अमावस पर प्रशासन व पुलिस की देखरेख में एक वीआईपी द्वारा पूजा-अर्चना कराई। जब एक पुरोहित ने उनकी वीडियो बनानी चाही तो उससे मोबाइल छीन लिया गया। उधर, सरल हरियाणा पोर्टल पर मूवमेंट पास के पंजीकरण भी नहीं हो रहा है। सरल हरियाणा पोर्टल बंद पड़ा हुआ है। मामले को लेकर एसडीएम सोनू राम ने बताया कि सरल हरियाणा पोर्टल सेवा जारी है।