चंडीगढ़, 10 सितंबर (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक्सटेंशन लेक्चरर्स की नीति में एक शैक्षणिक वर्ष में एक सेमेस्टर (कम से कम 90 दिन) के लिए कार्य करने वाले एक्सटेंशन लेक्चरर्स को ‘समायोजित’ करने की मंजूरी दी है। साथ ही, उन्हें ‘विस्थापित एक्सटेंशन लेक्चरर’ मानने जैसे संशोधन पर भी मुहर लगाई है। शुक्रवार को सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सरकार को एक्सटेंशन लेक्चरर वेलफेयर एसोसिएशन से एक प्रतिवेदन प्राप्त हुआ था। इसमें उन्होंने अपनी विभिन्न समस्याएं व शिकायतें रखी थीं। कार्यभार कम होने के कारण ट्रांसफर, प्रतिनियुक्ति या नियुक्ति के माध्यम से नियमित असिस्टेंट/एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति के कारण कार्यमुक्त होने वाले एक्सटेंशन लेक्चरर को भी इससे फायदा मिलेगा।