नयी दिल्ली, 10 सितंबर (एजेंसी)
आयकर विभाग ने हाल में पंजाब में तीन कमीशन एजेंट के खिलाफ छापेमारी के दौरान व्यापार के रसीदों को ‘छिपाने’ और खर्चों को बढ़ा-चढ़ाकर की गई कथित कर चोरी का पता लगाया है। ये कमीशन एजेंट किसानों से लेन-देन के अलावा कोल्ड स्टोरेज और चावल मिलों का संचालन भी करते हैं। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा है कि ‘प्रमुख’ कमीशन एजेंट (आढ़तियों) के खिलाफ आठ सितंबर को पंजाब और हरियाणा में कई स्थानों पर तलाशी शुरू की गई थी और अभियान जारी हैं। सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, ‘ये समूह कमीशन एजेंट के व्यवसाय के अलावा स्टील रोलिंग मिल, कोल्ड स्टोरेज, आभूषण की दुकान, पोल्ट्री फार्म, चावल मिल, तेल मिल, आटा चक्की चलाने के व्यवसाय में भी लगे हुए हैं।’ छापेमारी में पाया गया कि समूह अपने व्यावसायिक लेन-देन से अर्जित धन को छिपा रहे हैं और खर्च बढ़ा कर दिखा रहे हैं। सीबीडीटी ने कहा, ‘वे नकद में प्राप्त और भुगतान की गई अधिकांश रकम का भी हिसाब-किताब नहीं रखते हैं। अचल संपत्तियों को अर्जित करने में नकद भुगतान दिखाने वाले कुछ दस्तावेज जब्त किए गए हैं।’ बयान में दावा किया गया, ‘एक समूह के खिलाफ जांच में यह पाया गया कि फलों की खरीद के मौसम में कम लागत पर खरीदारी की गई, जबकि कोल्ड स्टोरेज में सामान रखने के बाद दूसरी अवधि में बहुत अधिक दरों पर बिक्री की गई। इसी तरह के तौर-तरीके का पता अन्य समूहों की जांच में भी चला है।’ छापेमारी के दौरान 1.70 करोड़ रुपये की ‘बेनामी’ नकदी और 1.50 करोड़ रुपये के आभूषण मिले। इसके अलावा 1.50 करोड़ रुपये के आटे का स्टॉक भी मिला, जिसकी घोषणा बही-खातों में कहीं नहीं की गई थी। आठ बैंक लॉकर भी मिले हैं और उनकी जांच की जा रही है।