शिमला, 16 मई (निस)
हिमाचल प्रदेश में दोपहरबाद मौसम ने अचानक करवट बदली और तेज़ हवाओं के साथ बारिश ने गर्मी से राहत दिलायी। लेकिन इस बारिश के साथ हुयी ओलावृष्टि के कारण फसलों को भी खासा नुकसान हुआ है। जिससे किसान एक बार फिर निराश हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमानों के अनुसार दोपहर बाद राज्य के कई स्थानों पर तेज हवाओं और अंधड़ के साथ वर्षा हुई तथा कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे। हालांकि प्रदेश के लोगों को गर्मी से व्यापक राहत का अभी भी इंतजार है। मंगलवार को भी मौसम विभाग ने प्रदेश के ऊपरी और मध्यवर्ती क्षेत्रों में भारी बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना जताई है। हिमाचल प्रदेश की पर्यटक नगरी शिमला में आज दोपहर बाद हुई बारिश से तापमान में गिरावट आई तो यहां आये सैलनियों के चेहरे भी खिल उठे। कई दिनों से यहां पारा 30 के पार पहुंचा हुआ था। राजधानी में हुई वर्षा और ओलावृष्टि का पर्यटकों ने खूब आनंद उठाया। शिमला में हुई झमाझम वर्षा से जहां मौसम सुहावना हुआ है वहीं इससे पेयजल संकट में भी सुधार की उम्मीद है। ऊना में आज अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो मौजूदा गर्मियों का सबसे अधिक तापमान है।
इन इलाकों में बरसे बदरा
जिले के ऊपरी हिस्सों में भी इस दौरान अधिकांश स्थानों पर वर्षा हुई और कुछ स्थानों पर ओले पड़े। मौसम विभाग के अनुसार आज शिमला, सिरमौर जिला के शिलाई, रेणुका, ददाहू, धर्मशाला, कांगड़ा, पालमपुर, कुल्लू, भुंतर, मंडी, जोगिन्द्रनगर, सोलन, कंडाघाट, चायल, चंबा, सलूणी और आसपास के इलाकों में वर्षा हुई है। हालांकि बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना और सोलन जिला के मैदानी इलाकों में अभी भी राहत के बादलों का इंतजार है।
कांगड़ा में मौसम ने बिगाड़े हालात
धर्मशाला (निस): कांगड़ा घाटी में आज मौसम के तेबर ने मचाई तबाही। कई स्थानों पर आंधी चली तो कहीं गरज के साथ भारी वर्षा हुयी। सबसे प्रभावित पालमपुर नगर रहा जहां तूफान ने बिजली पानी और नेट जैसी सुविधाओं को ठप कर दिया। कई जगहों पर पेड गिरने से रिहायशी मकानों को भी नुकसान पंहुचा और लिंक रोड बंद हुए हैं । धर्मशाला में सामान्य वर्षा हुई जबकि धौलाधार श्रृंखलाओं पर हल्की बजरी गिरी ।