शान्तिस्वरूप त्रिपाठी
पंजाबी संगीत व सिनेमा जगत में निरंतर नए-नए प्रयोग कर गायक, अभिनेता, निर्माता, निर्देशक व लेखक गिप्पी ग्रेवाल ने अलग पहचान बनायी है। सैकड़ों पंजाबी गीत गा चुके गिप्पी ग्रेवाल अब तक 37 पंजाबी व तीन हिंदी फिल्मों में अभिनय भी कर चुके हैं। अपनी पिछली पंजाबी फिल्म ‘मां’ में अभिनय करने के बाद गिप्पी ग्रेवाल दो सितंबर को प्रदर्शित होने वाली नई पंजाबी फिल्म ‘यार मेरा तितलियां वर्गा’ के लिए उत्साहित हैं। उनसे बातचीत के कुछ अंश-
आपके अब तक के कैरियर के टर्निंग प्वाइंट्स क्या रहे?
मेरे कैरियर में सबसे पहला टर्निंग प्वाइंट् शादी के बाद ‘फुलकारी’ गाने को सफलता मिलना रहा। इससे पहले मेरे तीनों अलबम असफल थे। इसके बाद अलबम ‘देसी स्टार’की सफलता टर्निंग प्वाइंट्स रहा। ‘अंग्रेजी बीट्स’ गाना तो जबरदस्त हिट हुआ। बॉलीवुड फिल्म ‘कॉकटेल’में भी इसे रखा गया। फिर टर्निंग प्वाइंट्स के रूप में आयी मेरी पहली पंजाबी फिल्म ‘मेल करा दे रब्बा’, जिसने मुझे अभिनेता बना दिया। इसके बाद सोशल फिल्म ‘अरदास’ टर्निंग प्वांइट रही, जिसने मुझे लेखक व निर्देशक के तौर पर भी स्थापित कर दिया।
आप नये प्रयोगों में विश्वास करते हैं?
मैं हमेशा अलग तरह का संगीत लेकर आता रहता हूं तो वहीं मैंने लीक से हटकर पंजाबी फिल्में की। मैंने पंजाबी फिल्मों में भी नया दौर शुरू किया। पंजाब में कॉमेडी फिल्में सफल नहीं होती थीं। उन दिनों रोमांटिक फिल्में बन रही थी मगर मैंने कॉमेडी फिल्म ‘कैरी ऑन जट्टा’ बनायी, जो सफल रही। फिर कॉमेडी फिल्मों का दौर चल पड़ा। पंजाबी में सामाजिक फिल्में नहीं चलती पर मैंने सामाजिक संदेश देने वाली ‘अरदास’ बनायी जो सफल हुई। हकीकत में मैं नफा-नुकसान की बात भूलकर दिल की सुनते हुए अलग काम करता जा रहा हूं।
अपनी नई फिल्म ‘यार मेरा तितलियां वर्गा’ को लेकर क्या कहना चाहेंगे?
फिल्म ‘यार मेरा तितलियां वर्गा’ एक ऐसे शख्स की कहानी है, जो बच्चा पैदा होने के बाद शादी में प्यार पाने की उसकी हर कोशिश विफल हो जाने पर दोस्तों के सुझाव पर प्रेमिका की तलाश में सोशल मीडिया का रुख करता है। वह नकली सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाकर लड़कियों से वार्तालाप शुरू कर देता है। पत्नी उसके व्यवहार में बदलाव देखती है, तो उसे संदेह होता है। फिर वह भी पति की तरह फेसबुक पर अपना एक नकली प्रोफाइल बनाकर पुरुषों से चैटिंग करने लगती है। बाद में पता चलता है कि पति और पत्नी ही आपस में चैटिंग करते हुए एक-दूसरे को पाने की इच्छा करने लगते हैं। असल में, घर में सभी अपने-अपने मोबाइल पर व्यस्त रहते हैं। सोशल मीडिया का मकसद था लोगों को एक-दूसरे से जोड़ना। मगर यहां तो परिवार के अंदर ही दूरियां बढ़ती जा रही हैं। इसी मुद्दे को हास्य के साथ हमने इस फिल्म में उठाया है। पति का किरदार मैंने निभाया है। पत्नी के किरदार में तनु ग्रेवाल को लिया है। दोस्त के किरदार में करमजीत अनमोल है।
लोग यह मानने लगे हैं कि सोशल मीडिया के आने के बाद रिश्ते खत्म हुए और झगड़े बढ़े हैं?
यह बात तीन सौ प्रतिशत सच है क्योंकि हर इंसान की रुचि उन चीजों में ज्यादा हो गयी है, जिन चीजों के उनकी जिंदगी में कोई मायने ही नहीं हैं।
पंजाबी फिल्मों में स्टार बने हुए हैं। मगर हिंदी में कहां गड़बड़ी हो रही है?
मुझे हिंदी फिल्में करनी हैं, पर अब तक मैंने जिन हिंदी फिल्मों में काम किया,उनका अनुभव बहुत बुरा रहा। मेरी ये हिंदी फिल्में सफल भी नहीं हुई। बीच में मुझे दो-तीन बड़ी फिल्मों के भी ऑफर मिले थे जिसमें एक नहीं, कई हीरो थे। मैंने सोचा कि इन दस लोगों में मैं फिर से गुम हो जाऊंगा, इसलिए नहीं की। होता यह है कि निर्माता हिंदी फिल्म के हीरो को ज्यादा प्रमोट करता है, हमें नहीं। मेरी राय में कलाकार, निर्माता , लेखक या निर्देशक बड़ा नहीं होता, सिर्फ फिल्म बड़ी होती है।
हर कलाकार दावा करता है कि वह स्क्रिप्ट पढ़कर अच्छी स्क्रिप्ट चुनते हैं। इसके बावजूद फिल्में असफल हो जाती हैं?
बॉलीवुड में एक भी कलाकार स्क्रिप्ट नहीं पढ़ता। यहां कहानी भी नहीं सुनते। सिर्फ पैसे की बात करते हैं और यह देखते हैं कि प्रोडक्शन हाउस ,निर्देशक व सह-कलाकार कौन है।
इसके अलावा क्या कर रहे हैं?
कुछ गानों पर काम चल रहा है तो वहीं ‘वार्निंग 2′,’शो मैन’,’फट्टे दिंडे चक पंजाबी’,’विडो कॉलोनी’,’हनी मून’,’मंजे बिस्तरे 3′ और ‘ कैरी ऑन जट्टा 3’ जल्द आएंगी। इसके अलावा 2023 में एक बड़े बजट की फिल्म ‘शेरा दा पंजाबी’ की शूटिंग शुरू करने वाला हूं।