दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 16 मई
हरियाणा की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पंचायती राज संस्थाओं – जिला परिषद, ब्लाक समिति व ग्राम पंचायत के चुनाव सिम्बल पर नहीं लड़ेगी। मोटे तौर पर इसका फैसला हो चुका है और मंगलवार के चंडीगढ़ में होने वाले सरकार के चिंतन शिविर में इस पर मुहर भी लग सकती है। लम्बे समय बाद यह पहली बैठक होगी, जिसमें भाजपा व गठबंधन सहयोगी जेजेपी के साथ सरकार को समर्थन दे रहे सभी निर्दलीय विधायक भी मौजूद रहेंगे।
इससे पहले भी भाजपा ने कभी पंचायतों के चुनाव अपने सिम्बल पर नहीं लड़े हैं। पंचायतों के चुनावों को भाईचारे के चुनाव माना जाता है। ऐसे में भाजपा इसमें ‘पार्टी’ नहीं बनेगी। शहरी स्थानीय निकायों – नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका के चुनाव भाजपा शुरू से ही अपने चुनाव चिह्न पर लड़ती आई है। राज्य में फिलहाल 48 निकायों के चुनाव होने हैं और भाजपा सभी सिम्बल पर लड़ेगी।
निकायों के चुनाव भाजपा-जजपा गठबंधन मिलकर लड़ेगा या फिर अकेले-अकेले इस पर फैसला होना बाकी है। इससे पूर्व हुए तीन निगमों – पंचकूला, अम्बाला सिटी, सोनीपत, रेवाड़ी नगर परिषद व तीन पालिकाओं – सांपला, धारूहेड़ा व उकलाना के चुनाव भाजपा-जजपा गठबंधन ने मिलकर लड़े थे। भाजप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पंचायतों के चुनाव सिम्बल पर नहीं लड़ने का अंदरखाने निर्णय हो चुका है। विधिवत रूप से इसका ऐलान करने से पहले मंगलवार को होने वाली विधायकों की बैठक में भी इस पर चर्चा होगी। बहुत संभव है कि इसी बैठक में इस फैसले पर मुहर लग जाए।
पंचायतों के चुनावों में भाजपा भागीदारी नहीं करेगी, ऐसा भी नहीं है। भाजपा समर्थित उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। आमतौर पर इन चुनावों में एक सीट पर कई-कई प्रत्याशी मैदान में होते हैं। बड़ी संख्या में ग्राम पंचायतों में सरपंच व पंचों का फैसला सर्वसम्मति से भी हो जाता है। करीब साढ़े छह साल पहले हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में बड़ी संख्या में सर्वसम्मति से सरपंचों व पंचों का चयन हो गया था। सर्वसम्मति बनाने वाली पंचायतों के लिए विशेष ग्रांट दिए जाने का भी प्रावधान है।
14 योजनाओं पर आज मंथन
प्रदेश सरकार की चौदह अहम योजनाओं पर मंगलवार को चंडीगढ़ में होने वाली भाजपा, जजपा व निर्दलीय विधायकों की बैठक में चर्चा होगी। इन योजनाओं को लेकर संबंधित विभागों के प्रशासनिक सचिव विधायकों को जानकारी देंगे। दोपहर तीन बजे से शुरू होने वाली यह बैठक शाम को साढ़े 6-7 बजे तक चलने की उम्मीद है। इन योजनाओं में परिवार पहचान पत्र, ग्राम दर्शन, शहरी दर्शन सहित कई अहम योजनाएं शामिल हैं।
पंचायत चुनाव को लेकर बनेंगी कमेटियां
भाजपा ने तय किया है कि सभी हलकों में पंचायत चुनावों को लेकर कमेटियों का गठन होगा। वरिष्ठ नेताओं की अध्यक्षता वाली ये कमेटियां तय करेंगी कि पंचायत चुनावों में एक सीट पर पार्टी समर्थित एक ही उम्मीदवार मैदान में आए। हालांकि किसी भी नेता या वर्कर पर कोई दबाव नहीं रहेगा लेकिन यह कमेटी कोशिश करेगी कि एक सीट पर एक से अधिक प्रत्याशी न हो। अगले कुछ दिनों में यह भी तय हो जाएगा कि निकायों व पंचायतों के चुनाव दोनों पार्टियां मिलकर लड़ेंगी या नहीं।