अनिल शर्मा
रोहतक, 25 मार्च
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं चौधरी सर छोटूराम के नाती बीरेन्द्र सिंह के जन्मदिवस पर छोटूराम विचार मंच सहित अन्य संगठनों द्वारा किसानों के समर्थन में निकाली जा रही मोटरसाइकिल रैली का सांपला स्थित छोटूराम संग्रालय के बाहर किसानों ने जमकर विरोध किया और यात्रा में शामिल युवाओं के साथ हाथापाई तक की। बाद में किसान काले झंडे लेकर छोटूराम संग्रालय के मुख्य गेट पर ताला लगाकर बैठ गए। इस दौरान किसानों ने यात्रा के स्वागत के लिए लगाए बैनरों को फाड़ दिया और उनमें आग लगा दी। किसानों ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का कहना था कि पूर्व मंत्री बीरेन्द्र सिंह के इशारे पर ड्रामेबाजी की जा रही है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जाएगा। पुलिस ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान नहीं माने। बाद में कार्यक्रम को ही रद्द करना पड़ा।
बृहस्पतिवार को छोटूराम विचार मंच, किसान चैम्बर ऑफ कार्मस, युवा शक्ति बदलाव की और संगठन द्वारा उचाना, भिवानी व रोहतक से किसानों के समर्थन में मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया गया। किसानों को जब इस बात की भनक लगी तो काफी संख्या में किसान सांपला स्थित छोटूराम संग्रालय पहुंच गए और संग्रालय के मुख्य गेट पर ताला लगाकर बैठ गए। इसी दौरान यात्रा में शामिल कुछ युवा सांपला पहुंचे तो किसानों ने उनका जमकर विरोध किया और यहां तक कि युवाओं के साथ हाथापाई तक की। पुलिस ने जैसे तैसे स्थिति संभाली और किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान नहीं माने और करीब ढाई घंटे तक हाथो में काले झंडे लेकर संग्रालय के बाहर बैठे रहे। इस दौरान किसानों ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि पूर्व मंत्री किसान हितैषी होने का ड्रामा कर रहे है, जिसे बर्दाशत नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम रद्द होने तक किसान संग्रालय के बाहर धरने पर ही बैठे रहे। इस दौरान भारी पुलिस मौके पर मौजूद रहा। बाद में आखिरकार आयोजकों द्वारा कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा। इस दौरान महिलाओं की संख्या अच्छी खासी रही।