रेवाड़ी, 1 मार्च (निस)
जिला के गांव डहीना में स्थित शहीद स्मारक के समक्ष बस क्यू शैल्टर निर्माण के विरोध में जहां एक शहीद की वीरांगना व परिजनों ने धरना दिया, वहीं इसी गांव के अन्य शहीद के परिजनों ने जिला उपायुक्त से मिलकर बस क्यू शैल्टर निर्माण का समर्थन कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।
गांव डहीना के सेना के 2 जवान संदीप व रामफल कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते कुछ वर्ष पूर्व शहीद हो गए थे। संदीप की वीरता को लेकर मरणोपरांत सेना मेडल भी दिया गया था। इन दोनों जवानों की मूर्ति शहीद स्मारक में लगी हुई है। हुआ यह कि पंचायत समिति जाटूसाना ने लगभग एक पखवाड़ा पूर्व उक्त शहीद स्मारक के बिल्कुल आगे जब बस क्यू शैल्टर का निर्माण शुरू किया तो संदीप की पत्नी व परिजनों ने धरना देते हुए इसका विरोध किया और कहा कि इसे अन्य स्थान पर बनाया जाए, ताकि शहीदों की गरिमा कायम रहे। पुलिस ने इन्हें जबरन धरने से उठाया और उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया। यह केस आज भी चल रहा है। वीरांगना का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और अभद्र व्यवहार किया। डीसी ने एसडीएम रेवाड़ी को इस मामले की जांच सौंपी हुई है। वे दोनों पक्षों को सुनकर जांच रिपोर्ट डीसी को सौपेंगे। इसके बाद उचित निर्णय लिया जाएगा।
इसी दौरान शहीद रामफल के परिजन सोमवार को जिला उपायुक्त यशेंद्र सिंह से मिलने पहुंचे और बस क्यू शैल्टर का समर्थन किया। उनके साथ शहीद रामफल की माता बिमला देवी, जिला परिषद की निवर्तमान चेयरपर्सन शशि बाला, पंचायत समिति सदस्य रूबी यादव, मुकेश देवी, डहीना ग्राम सुधार समिति के रतन बाबू, पूर्व पंच महावीर थे। इन सभी ने उपायुक्त से आग्रह किया कि निर्मित बस क्यू शैल्टर को शिफ्ट नहीं किया जाए।