दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 15 अक्तूबर
हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने विधायकों व नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए उनकी राजनीतिक एडजस्टमेंट शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार को सरकार ने 14 बोर्ड-निगमों के चेयरमैन नियुक्त किए। इनमें 9 नेता भाजपा के हैं तो जजपा के भी 5 नेताओं को नियुक्ित मिली है। बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद को भी चेयरमैनी से नवाजा गया है।
माना जा रहा है कि दोनों दलों में असंतोष के स्वर साधने के लिए बरोदा उपचुनाव से पहले सरकार ने यह कदम उठाया है। चेयरमैनों की नियुक्ति में जातिगत समीकरण साधने की कोशिश हुई है। हालांकि जजपा में खुलकर विरोध का स्वर बुलंद करने वाले नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम की इसमें एडजस्टमेंट नहीं हो सकी है।
सूत्रों के अनुसार बीते सप्ताह दिल्ली में दोनों दलों के नेताओं के बीच संयुक्त बैठक में इन नियुक्तियों का खाका तैयार हुआ था। इसके बाद गत दिवस सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इस बाबत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी विचार किया। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला की गिनती मुख्यमंत्री खट्टर के नजदीकियों में होती है। सीएम ने आखिर तक कोशिश की थी कि बराला को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए, लेकिन बात नहीं बन पाई। बराला टोहाना हलके से जजपा के देवेंद्र सिंह ‘बबली’ से 50 हजार से भी अधिक मतों के अंतर से हारे थे। बबली और बराला के बीच छत्तीस का आंकड़ा भी किसी से छिपा नहीं है। इसके बाद भी नियुक्तियों में सीएम ने बराला को सबसे ऊपर रखा है। उन्हें हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो का चेयरमैन नियुक्त किया है।
होडल से भाजपा विधायक जगदीश नैय्यर को हरियाणा भूमि सुविधा एवं विकास निगम का चेयरमैन बनाया गया है। कैथल के कैलाश भगत को हैफेड का चेयरमैन लगाया गया है। इससे पहले पूर्व मंत्री सुभाष कत्याल के पास यह चेयरमैनी थी। कैलाश भगत कैथल से भाजपा टिकट के प्रबल दावेदारों में थे, लेकिन पार्टी ने ऐन-मौके पर लीलाराम गुर्जर को टिकट दिया था। अब भगत की एडजस्टमेंट को राजनीतिक भरपाई के तौर पर देखा जा रहा है। करनाल की निर्मल बैरागी को हरियाणा पिछड़ा वर्ग कल्याण निगम की चेयरपर्सन नियुक्त किया गया है।
सरकार ने यमुनानगर के रामनिवास गर्ग को हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड की चेयरमैनी सौंपी है। रेवाड़ी जिले के अरविंद यादव को भी सीएम ने सरकार में एडजस्ट कर दिया है। उन्हें हरको बैंक का चेयरमैन लगाया है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के विरोधी खेमे में अरविंद की गिनती होती है। भिवानी के मुकेश गौड़ को हरियाणा युवा आयोग का चेयरमैन लगाया है। इसी तरह से कुरुक्षेत्र के धूमन सिंह किरमच को सरस्वती हैरिटेज बोर्ड का उपप्रधान नियुक्त किया गया है। खट्टर सरकार ने पहले कार्यकाल में प्रशांत भारद्वाज को यह जिम्मा सौंपा हुआ था।
छठे निर्दलीय विधायक को भी चेयरमैनी
इस बार प्रदेश में कुल 7 निर्दलीय विधायक चुनकर आए। शुरुआत में सातों ने ही भाजपा को समर्थन दे दिया था, लेकिन बाद में महम से विधायक बलराज सिंह कुंडू ने समर्थन वापस ले लिया। वहीं रानियां से निर्दलीय विधायक चौ. रणजीत सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाया हुआ है। इसी तरह से चार निर्दलीय विधायकों – पुंडरी से रणधीर सिंह गोलन, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर, पृथला से नयनपाल रावत, व चरखी दादरी के सोमबीर सिंह सांगवान को भी चेयरमैनी मिली हुई है। अब छठे विधायक यानी बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद को सरकार ने कृषि उद्योग निगम का चेयरमैन लगाया है। निर्दलीयों में अब केवल बलराज कुंडू ही बगैर किसी पद के हैं।
जजपा के खाते में 4 चेयरमैनी
जजपा कोटे से मौजूदा नियुक्तियों में पांच चेयरमैनी मिली हैं। बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग को हाउसिंग बोर्ड हरियाणा का चेयरमैन नियुक्त गया किया है। वहीं शाहाबाद से विधायक रामकरण काला को शुगरफैड का चेयरमैन नियुक्त किया है। नरवाना से एमएलए रामनिवास सुरजाखेड़ा को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की चेयरमैनी मिली है। गुहला-चीका से जजपा विधायक डॉ ईश्वर सिंह के बेटे रणधीर सिंह को जजपा कोटे से हरियाणा डेयरी विकास संघ की चेयरमैनी मिली है। 2019 में जजपा की टिकट पर खरखौदा से चुनाव लड़ने वाले पवन खरखौदा को हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
बबीता फौगाट अब महिला विकास निगम की चेयरपर्सन
खेल एवं युवा मामले विभाग के डिप्टी डायरेक्टर पद से बबीता फौगाट द्वारा इस्तीफा देने के पीछे के कारणों का अब खुलासा हुआ है। सरकार ने उन्हें हरियाणा महिला विकास निगम की चेयरपर्सन नियुक्त किया है। इससे पहले 2019 के विधानसभा चुनाव में बबीता फौगाट ने हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर की नौकरी से इस्तीफा दिया था। नौकरी छोड़ने के बाद वे भाजपा में शामिल हुईं और चरखी दादरी से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। हालांकि वे चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो सकी। बताते हैं कि बबीता ने सरकार व भाजपा संगठन में यह स्पष्ट कर दिया था कि उनका इरादा आगे राजनीति करने का है। माना जा रहा है कि इसलिए उन्होंने सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिया।
जजपा से बबली, ढांडा समेत तीन विधायक अभी लाइन में
जजपा के कुल 10 विधायक हैं। इनमें से दुष्यंत सिंह चौटाला जहां डिप्टी सीएम हैं वहीं उकलाना से विधायक अनूप धानक पहले ही राज्य मंत्री बने हुए हैं। कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज नारनौंद विधायक रामकुमार गौतम बागी तेवर दिखा चुके हैं। बाढ़डा विधायक नैना सिंह चौटाला चूंकि डिप्टी सीएम की मां हैं, ऐसे में उन्हें सरकार में एडजस्टमेंट नहीं किया जाएगा। ऐसे में अब गौतम की तरह ही टोहाना विधायक देवेंद्र सिंह ‘बबली’ व जुलाना विधायक अमरजीत सिंह ढांडा की एडजस्टमेंट होनी बाकी है। भाजपा के साथ हुए गठबंधन के तहत अभी मंत्रिमंडल में जजपा कोटे से एक कैबिनेट मंत्री बनना है। माना जा रहा है कि भविष्य में जब भी मंत्रिमंडल विस्तार होगा तो बबली का नंबर कैबिनेट में लगेगा। ढांडा को भी किसी बोर्ड-निगम का चेयरमैन बनाया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि अभी जजपा को तीन से चार और बोर्ड-निगमों की चेयरमैनी मिलनी है।
बरोदा उपचुनाव में सैनी ने भरा पर्चा
गोहाना (निस): बरोदा उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार को लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी समेत 4 प्रत्याशियों ने नामांकन भरे। अब तक कुल 6 प्रत्याशियों ने ही पर्चे भरे हैं, जबकि शुक्रवार को नामांकन का आखिरी दिन है। नामांकन दाखिल करने वाले एक भी प्रत्याशी ने ऑनलाइन सुविधा का प्रयोग नहीं किया है। सभी ने ऑफलाइन खुद पहुंच कर ही नामांकन भरे हैं। बरोदा उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 9 अक्तूबर से शुरू हुई। पहले दिन सोनीपत के रमेश खत्री और उनके बेटे दीक्षित खत्री ने नामांकन भरे। उसके बाद 14 अक्तूबर तक कोई नया प्रत्याशी सामने नहीं आया। नामांकन गोहाना के एसडीएम कार्यालय में दाखिल किए जा रहे हैं।