प्रदीप सरदाना
एंड टीवी पर प्रसारित हो रहा सीरियल ‘कहत हनुमान जय श्री राम’ फिर लोकप्रिय होने लगा है। लॉकडाउन के दौरान शूटिंग रुक गयी थी। अब सीरियल में हनुमान जी के बचपन की कथाओं के अलावा भगवान राम की कथा भी शुरू हो गयी है जिसमें राम जन्म के बाद अभी भगवान और भक्त के सुंदर मिलन की कथा भी दिखाई गई। अब आगे भी राम अध्याय की और भी कई कथाएं दिखाई जाएंगी। इस कथा के दौरान भगवान राम की माताश्री कौशल्या की भूमिका अभिनेत्री शफाक नाज़ को मिली है। शफाक कहती हैं, ‘मैं पांच साल बाद फिर से कोई धार्मिक सीरियल कर रही हूं। मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि मुझे भगवान राम की मां कौशल्या का रोल करने का मौका मिला। कौशल्या की भूमिका करके और रामायण के महान युग का हिस्सा होना मेरे लिए एक अद्धभुत अनुभव है जिससे मुझमें भी विनम्रता के भाव आने लगे हैं।’
संतूर की दीवानी हुई ईशा
ज़ी टीवी के प्रसिद्ध सीरियल ‘इश्क़ सुभान अल्लाह’ में जारा की भूमिका निभा रही ईशा सिंह इन दिनों संतूर की दीवानी सी हो गयी है। ईशा का यह संतूर प्रेम तब जागा जब उन्हें अपने जारा के किरदार के लिए संतूर सीखना पड़ा। सफलता की गाथा लिख चुके निर्माता धीरज कुमार के ‘इश्क़ सुभान अल्लाह’ में ईशा एक बार फिर जारा की भूमिका में लौटी है। ईशा की इस बार वापसी कुछ नये अंदाज़ में हुई है। वह एक म्यूजिक हीलर यानी संगीत के माध्यम से उपचार करती हैं, लेकिन इसके लिए ईशा ने जब थोड़ा बहुत संतूर सीखना चाहा तो वह संतूर की मधुर धुनों की दीवानी हो गयी। संतूर देश का एक ऐसा वाद्य यंत्र है जिसे बहुत ज्यादा लोग नहीं बजाते। पंडित शिव कुमार शर्मा ने संतूर को फिल्म ‘झनक झनक पायल बाजे’, ‘सिलसिला’, ‘चांदनी’, ‘लम्हे’ और ‘डर’ जैसी उन फिल्मों में भी अपनाया जिनका संगीत उन्होंने दिया था, लेकिन अब ‘इश्क़ सुभान अल्लाह’ में भी इसका जादू देखा जा सकेगा। ईशा कहती हैं, ‘मैंने अपने रोल के लिए संतूर की बेसिक बातों को ही समझना था, लेकिन जब मैंने इसे सुना और थोड़ा सा सीखा तो इसमें मेरी दिलचस्पी बढ़ती चली जा रही है। अब मैं चाहती हूं कि अच्छी संतूर वादक़ बनूं।’
सुर्खियों में है मां-बेटे की जोड़ी
फिल्मों की तरह टीवी के भी कई शो अपनी कुछ जोड़ियों के लिए मशहूर हो रहे हैं। किसी समय कपिल शर्मा और सुनील ग्रोवर की जोड़ी मशहूर थी तो कृष्णा अभिषेक और भारती की जोड़ी भी कोई कम मशहूर नहीं। लेकिन इन दिनों टीवी पर मां-बेटे की एक जोड़ी भी सुर्खियां बटोर रही है। दंगल चैनल पर शाम 7 बजे के समय में एक सीरियल आ रहा है- ‘ए मेरे हमसफर’। इसमें पुत्र वेद कोठारी की भूमिका नमिश तनेजा और मां प्रतिमा देवी की भूमिका में नीलू वाघेला हैं। ये दोनों कलाकार इससे पहले एक सीरियल ‘मैं मायके चली जाऊंगी…’ में सास और दामाद का किरदार भी कर चुके हैं। जिसमें दोनों को अच्छी ख़ासी लोकप्रियता मिली थी। नमिश कहते हैं- ‘मुझे बहुत खुशी है कि दर्शकों ने एक बार फिर हमारी जोड़ी को सराहा है। मां-बेटे के रूप में हम दोनों की जोड़ी दर्शकों को इतनी पसंद आ रही है कि हमको रोजाना अनेक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। यहां तक शूटिंग के समय सेट पर भी सभी हमारी ऑन स्क्रीन मां-बेटे की जोड़ी की तारीफ करते नहीं थकते। यह निश्चय ही गौरव की बात है कि मां-बेटे की ऑन स्क्रीन केमिस्ट्री भी सभी को लुभा रही है।’
‘गुम है किसी के प्यार में’
सन 1972 में एक फिल्म आई थी-‘रामपुर का लक्ष्मण।’ निर्देशक मनमोहन देसाई की इस फिल्म में रणधीर कपूर और रेखा पर फिल्माया एक गीत सभी को आज भी याद होगा। ‘गुम है किसी के प्यार में, दिल सुबह शाम …। आज तक इस गीत की लोकप्रियता कायम है। अब लता मंगेशकर, किशोर कुमार के गाये और आरडी बर्मन के संगीतबद्ध किए इस गीत के मुखड़े पर एक सीरियल शुरू होने जा रहा है। ‘गुम है किसी के प्यार में’ नाम का यह सीरियल स्टार प्लस पर 5 अक्तूबर से शुरू होगा। निर्माता राजेश राम सिंह के इस सीरियल में नील भट्ट, आयशा सिंह, ऐश्वर्या शर्मा, किशोरी शहाणे, मिलिंद पाठक, शैलेश दातार और संजय नार्वेकर प्रमुख भूमिका में हैं। यह सीरियल असल में एक मशहूर बांग्ला सीरियल ‘कुसुम डोला’ का रीमेक है। इसकी कहानी त्रिकोण प्रेम को लेकर है जिसमें दिखाया है कि आईपीएस अधिकारी विराट चौहान एक लड़की ऐश्वर्या से प्रेम करता है। लेकिन अपनी ड्यूटी के दौरान वह कुछ ऐसी परिस्थितियों में पहुंच जाता है, जहां उसे एक शहीद की बेटी से शादी करनी पड़ती है।
अपने अलग रंग और अंदाज़ का चैनल एपिक अब दर्शकों को देश के मशहूर मंदिरों के दर्शन कराएगा। इसके लिए एपिक ने शनिवार और रविवार सुबह 10 से 11 बजे का समय ‘परिक्रमा’ नाम के कार्यक्रम को दे दिया है। इसका पुनर्प्रसारण हर शनिवार रविवार रात 8 बजे होगा। इसके 92 एपिसोड होंगे।
अमर चंद प्रोडक्शन द्वारा निर्मित इस सीरीज में जम्मू कश्मीर, हिमाचल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और ओडिशा के अधिकतर बड़े और मशहूर मंदिर शामिल होंगे।
इन मंदिरों में उज्जैन का महाकालेश्वर, वाराणसी का सारनाथ और संकट मोचन, मनाली का हिडिंबा देवी, कांगड़ा का चामुंडा देवी और शिमला का तारा देवी मंदिर तो शामिल है ही
साथ ही दर्शक इस ‘परिक्रमा’ में पुरी की सुप्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा, अमरनाथ यात्रा और शिव रात्रि जैसे उत्सवों का भी आनंद ले सकेंगे। एपिक चैनल की एक उच्च अधिकारी मानसी दरबार कहती हैं, ‘परिक्रमा के माध्यम से मंदिरों के दर्शन के साथ मंदिर के इतिहास और उससे जुड़ी लोक कथाओं को भी दिखाया जाएगा।’