रेवाड़ी, 7 नवंबर (निस)
एम्स बनाओ संघर्ष समिति द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार किसानों और महिलाओं ने समिति के अध्यक्ष व सरपंच श्योताज सिंह की अध्यक्षता में धरना दिया। ग्रामीणों ने प्रदर्शन के बाद एसडीएम कुशल कटारिया को ज्ञापन सौंपा। यह धरना एम्स के लिए अधिगृहीत की जाने वाली जमीन का मुआवजा 50 लाख रुपए प्रति एकड़ दिए जाने की मांग को लेकर दिया गया।
जिला के गांव माजरा भालखी में बनने वाले एम्स के लिए किसानों व ग्रामीणों ने सरकार के ई-भूमि पोर्टल पर लगभग 300 एकड़ जमीन अपलोड की है। किसानों की मांग है कि उन्हें कम से कम प्रति एकड़ 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। धरने पर बैठे डा. एचडी यादव, श्योताज सिंह, कामरेड राजेंद्र सिंह, जिला पार्षद आजाद सिंह नांधा, कमल सिंह यादव, अभय सिंह यादव ने कहा कि प्रशासन माजरा भालखी के स्थान पर विकल्प के तौर पर मसानी में एम्स के लिए जमीन देख रही है। यह सीधे-सीधे जमीन देने वाले किसानों पर दबाव बनाया जा रहा है, ताकि वे अपनी जमीन 30 लाख रुपए प्रति एकड़ दे सके, लेकिन किसान किसी भी सूरत में दबाव में नहीं आएंगे। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सरकार व प्रशासन मुआवजे को लेकर क्षेत्र को बांटना चाहते हैं, क्योंकि मसानी के लोगों ने भी अब यही पर एम्स बनाने की आवाज उठा दी है। उन्होंने कहा कि एम्स माजरा भालखी में ही बनेगा और इसे यहां से किसी भी सूरत में नहीं जाने दिया जाएगा। इस जमीन का केंद्रीय टीम द्वारा निरीक्षण व सर्वे किया जा चुका है और एम्स के लिए हर लिहाज से यह जमीन उपयुक्त है। उन्होंने मांग की कि सरकार तुरंत माजरा भालखी की जमीन का मालिकाना हक ले और किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दें। इस मौके पर वेदप्रकाश विद्रोही, कर्नल राजेंद्र सिंह, राजबाला, रामनिवास माजरा, वीपी यादव, भूपसिंह आर्य, ओमप्रकाश सेन, उदयराज यादव, पृथ्वीपाल यादव, लवली टींट, सरपंच देशराज, धर्मवीर सिंह, लाली देवी, गिंदौड़ी, राजेश्वरी मंदौला आदि मौजूद थे।