सोनीपत, 7 सितंबर (निस)
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शिक्षक आत्मनिर्भर भारत के शिल्पकार हैं। शोध एवं मानव कल्याण के लिए विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी हैं। हमें इस महत्ती जिम्मेदारी को पूरा करने की दिशा में काम करना चाहिए।
राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय मंगलवार को राजीव गांधी एजुकेशन सिटी स्थित विधि विश्वविद्यालय में 30 करोड़ की लागत से तैयार सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन शैक्षणिक भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। यह हमारा दायित्व है कि इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। मुझे पूरा विश्वास है डॉ. बीआर अंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय अग्रणी भूमिका निभाएगा। इस मौके पर उन्होंने पौधरोपण भी किया है।
इस मौके पर बागवानी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. समर सिंह, कुलसचिव डॉ. अजय, प्रांत प्रचारक विजय, डॉ. अरुण मेहरा उपाध्यक्ष पंचनद शोध संस्थान, डॉ. पूरणमल गौड़ व कार्यकारी अभियंता पंकज गौड़ भी मौजूद रहे। कुलसचिव डॉ. अमित कुमार ने उपस्थित लोगों का आभार प्रकट किया।
शिक्षा में शोध की जरूरत पर बल
शिक्षा में शोध की जरूरत पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित कर उच्च स्तर के शोध करने के लिए छात्रों को तैयार करना चाहिए जिससे शिक्षकों की भी गुणवत्ता में सुधार आयेगा।
कुलपति प्रो. विनय कपूर मेहरा ने कहा कि महान विभूति के नाम पर तैयार किए गए इस शैक्षणिक भवन में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के मानस पटल पर उनके जीवन शैली का गहरा प्रभाव पड़ेगा।