चंडीगढ़/पंचकूला, 7 नवंबर (नस)
फेडरेशन ऑफ सेक्टर वेल्फेयर एसोसिएशन चंडीगढ़ (फासवेक) ने पब्लिक की संपत्ति निजी मालिकों को बेचने के प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कई सवाल उठाए हैं। बिजली विभाग का निजीकरण करने की तीखी आलोचना करते हुए फासवेक के अध्यक्ष बलजिन्दर सिंह बिट्टू ने कहा कि चंडीगढ़ में लोगों को सस्ती और 24 घंटे बिना किसी परेशानी के बिजली दी जा रही है । बावजूद इसके पब्लिक की सम्पत्ति निजी मालिकों को बेचने के पीछे आखिर क्या कारण हैं।
यूटी पावरमैन यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह व महासचिव गोपाल दत्त जोशी ने प्रशासन को सौंपे गए मांग पत्र पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब कर्मचारियों की 100 प्रतिशत कमी के बावजूद 24 घंटे निर्विघ्न बिजली दी जा रही है। लाइन लॉस 10 प्रतिशत से भी नीचे हैं। पिछले 5 साल से बिजली के दाम नहीं बढ़े हैं तो इसको निजी हाथों में देने का फैसला कर किसके हितों की पूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि नियामक आयोग को इस मामले में दखल देना चाहिए। प्रशासन इतना बड़ा फैसला कर रही है लेकिन कर्मचारियों व जनता के प्रतिनिधियों से सलाह भी नहीं लेना चाहती। इस दौरान यूनियन ने निजीकरण के खिलाफ रोषस्वरूप 14 नवंबर को सामूहिक छुटृी लेने तथा 26 नवंबर को सभी शिफ्टों में एक दिन की हड़ताल का प्रशासक के सलाहकार को नोटिस दे दिया है।