न्यूयॉर्क, 7 सितंबर (एजेंसी)
एक सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी करते हुए दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने अमेरिकी ओपन के चौथे दौर में 20 वर्ष के जेंसन ब्रूक्सबी को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई और इसके साथ ही टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार कोई अमेरिकी खिलाड़ी अंतिम आठ में जगह नहीं बना सका है। कैलिफोर्निया के वाइल्ड कार्डधारी ब्रूक्सबी विश्व रैंकिंग में 99वें स्थान पर हैं और पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम में चौथे दौर तक पहुंचे थे लेकिन सामना जोकोविच से था जो पिछले 52 साल में एक कैलेंडर वर्ष में सारे ग्रैंडस्लैम जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बनने से तीन जीत दूर हैं। उन्होंने 1-6, 6-3, 6-2, 6-2 से जीत दर्ज करके इस साल ग्रैंडस्लैम में जीत का रिकॉर्ड 25-0 कर लिया। वह रिकॉर्ड 21वें ग्रैंडस्लैम से भी तीन जीत दूर हैं। रोजर फेडरर, रफेल नडाल और जोकोविच के नाम इस समय 20 ग्रैंडस्लैम हैं।
1880 से चल रहे टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार मेजबान देश का कोई भी खिलाड़ी महिला या पुरुष वर्ग में अंतिम आठ में नहीं पहुंचा है। 22वीं वरीयता प्राप्त रीली ओपेलका को दक्षिण अफ्रीका के लॉयड हैरिस ने 6-7, 6-4, 6-1, 6-3 से हराया। महिला वर्ग में 18 वर्ष की ब्रिटिश क्वालीफायर एम्मा राडुकानू ने गैर वरीय शेल्बी रोजर्स को 6-2, 6-1 से हराया। रोजर्स ने तीसरे दौर में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी ऐश बार्टी को मात दी थी लेकिन वह लय कायम नहीं रख सकी। यूनान की मारिया सक्कारी ने 2019 की चैम्पियन बियांका आंद्रिस्कू को 6-7, 7-6, 6-3 से हराया।
भारत की चुनौती समाप्त
भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और क्रोएशिया के उनके जोड़ीदार इवान डोडिग को अमेरिकी ओपन के पुरुष युगल के तीसरे दौर में कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद सोमवार को यहां राजीव राम और जो सालिसबरी की चौथी वरीय जोड़ी के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा। बोपन्ना और डोडिग की 13वीं वरीय जोड़ी को आस्ट्रेलिया ओपन की उप विजेता जोड़ी के खिलाफ दो घंटे और 30 मिनट चले मुकाबले में 7-6, 4-6, 6-7 से शिकस्त झेलनी पड़ी। बोपन्ना और डोडिग की हार के साथ सत्र के अंतिम ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई।