वीएन दास/ निस
अयोध्या, 17 सितंबर
अयोध्या के धन्नीपुर गांव के 5 एकड़ में बनने वाली मस्जिद हलाल की कमाई से ही बनेगी। मस्जिद के निर्माण में सरिया में जिस तरह के आचरण और तरीके के बारे में निर्देश हैं, उनका पालन 1460 वर्ग गज क्षेत्र मे बनने वाली मस्जिद में किया जाएगा। मस्जिद निर्माण के लिए बने ट्रस्ट इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव अतहर हुसैन ने यह जानकारी दी। उन्होंने यह बात भी साफ कर दी कि मस्जिद के ऊपर गुंबद नहीं बनेंगे। यह माडर्न आर्किटेक्ट डिजाइन पर बनेगी। इसका डिजाइन मस्जिद के आर्किटेक्ट एसएम अख्तर जल्द तैयार कर मस्जिद ट्रस्ट को भेजेंगे। उन्होंनें बताया कि मस्जिद के लिए सहयोग राशि लेने के पहले यह अपील जारी कर दी जा रही है कि दान देने वाले केवल हलाल की कमाई का पैसा ही मस्जिद के लिए दान करें। इसमें खास तौर पर बिजली की चोरी, टैक्स की चोरी ,जमाखोरी, घूसखोरी सूदखोरी, तस्करी, फिरौती व सरकारी कानून के खिलाफ कमाया धन नहीं लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हालांकि अभी इसके लिए आईआईसीएफ ने कोई गाइडलाइंस जारी नहीं की है, लेकिन यह दान लेने के पहले दानदाता से इसके बारे में पूछा जाएगा। साथ ही उसके ऊपर ही छोड़ दिया जाएगा कि सरिया की सीख का खुद पालन कर दान दे। अतहर के मुताबिक यह नियम सुपर स्पेसियलिटी हास्पिटल व किचन, कल्चरल सेंटर, लाइबेरी के निर्माण के लिए ली जाने वाली धनराशि पर लागू नहीं होगा। क्योंकि वह निर्माण सामाजिक कार्य के लिए है।