कुरुक्षेत्र, 6 सितंबर (हप्र)
‘तू ले कान्हा का नाम अमृत बरसेगा’ और ‘राधा किशोरी कृपा करो’ जैसे राधा और कृष्ण भाव के भजनों का जीओ गीता और श्री कृष्ण परिवार द्वारा आयोजित ब्रह्मसरोवर परिक्रमा में शामिल होकर श्रद्धालुओं ने खूब आनंद उठाया। कोरोना काल के कारण लंबे समय से बंद पड़ी ब्रह्मसरोवर परिक्रमा स्वामी ज्ञानानंद के सान्निध्य में दोबारा से शुरw की गई है। संकीर्तन प्रमुख सुनील वत्स, विकास छाबड़ा, अनिल गुप्ता, सुरेंद्र शर्मा, मुनीष खुराना, नवीन भारद्वाज तथा रामकुमार शर्मा द्वारा गाए गए भजनों का परिक्रमा मे शामिल श्रद्धालुओं ने खूब आनंद उठाया।
ठाकुर जी के स्वरूप को शिरोधार्य करके श्रद्धालुओं ने परिक्रमा में श्रद्धाभाव से भाग लिया और राधा व कृष्ण भाव के भजनों पर खूब झूमे। संकीर्तन प्रमुख सुनील वत्स ने बताया कि श्री कृष्ण कृपा परिवार और जीओ गीता द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को सायंकाल ब्रह्मसरोवर की परिक्रमा की जाती है, लेकिन कोरोना काल की वजह से यह परिक्रमा बंद कर दी गई थी। अब गीता मनीषी के सान्निध्य में ब्रह्मसरोवर परिक्रमा को शुरू किया गया है। भगवान श्री कृष्ण जी का स्वरूप शिरोधार्य कर के परिक्रमा पुरषोत्तमपुरा बाग से शुरू हुई और आरती स्थल पर आकर संपन्न हुई। इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि गीता दुनिया का एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें विश्व की हर समस्या का समाधान है।