नयी दिल्ली, 13 अक्तूबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री बालासाहेब विखे पाटिल की आत्मकथा के विमोचन के अवसर पर कृषि, सहकारिता और समाज सेवा के क्षेत्र में पाटिल परिवार के योगदान की जमकर सराहना की।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर विट्ठलराव विखे पाटिल के पदचिन्हों पर चलते हुए बालासाहेब विखे पाटिल ने महाराष्ट्र के विकास के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस सहित विखे पाटिल परिवार के सदस्य भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बालासाहेब के पूरे परिवार को बहुत आदर के साथ… क्योंकि चार पीढ़ी समाज सेवा में लगे रहे। ये छोटी बात नहीं है और खुशी की बात यह कि हर पीढ़ी ज्यादा कर रही है, अच्छा कर रही है।’ उन्होंने किसी का नाम लिये बिना कटाक्ष किया,‘वरना हम जानते हैं, कुछ पीढ़ियां ऐसी हैं, एक पीढ़ी के बाद दूसरी पीढ़ी थोड़ी कम ताकतवर नजर आती है, तीसरी पीढ़ी और कमजोर नजर आती है और धीरे-धीरे ‘डिटारिएशन’ (क्षरण) दिखता है। जबकि बालासाहेब (विखे पाटिल) के संस्कार ऐसे रहे कि उनकी हर पीढ़ी उत्तरोत्तर अधिक शक्तिशाली, संस्कारों के साथ जनसेवा में लगी रहती है, ऐसे परिवार को भी आज प्रणाम करने का अवसर है।’ बालासाहेब विखे पाटिल पद्मश्री से विभूषित विट्ठलराव विखे पाटिल के पुत्र हैं। विट्ठलराव पाटिल ने महाराष्ट्र के लोनी में एशिया की पहली सहकारी चीनी मिल स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इस परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य हैं राधाकृष्ण विखे पाटिल। वह महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उनके पुत्र सुजय विखे पाटिल राज्य की अहमदनगर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं।