कैथल, 16 सितंबर (हप्र)
हरियाणा प्रदेश राइस मिलर्ज एंड डिलर्ज एसोसिएशन के चेयरमैन एवं कार्यवाहक अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा ने कहा कि जब तक सरकार उनके मुद्दे नहीं सुलझाती तब तक हरियाणा का कोई भी मिलर न तो रजिस्ट्रेशन करवाएगा और न ही सीएमआर का कार्य करेगा।
इस बारे में हरियाणा की दोनों राइस मिल एसोसिएशन की संयुक्त मीटिंग कुरुक्षेत्र में हुई थी। इस मीटिंग में हरियाणा के सभी जिलों से पदाधिकारियों ने भाग लिया। मीटिंग की अध्यक्षता संयुक्त रूप से अमरजीत छाबड़ा, हंसराज सिंगला, ज्वैल सिंगला, राजेन्द्र सिंह व भाई नरेश होडल ने की थी। सभी ने सीएमआर (2020-21) पॉलिसी के लिए मुख्य मुद्दों पर सहमित बनाई। उनकी मांगों में इस वर्ष 2019-20 के सीएमआर के रुके हुए चार्जेज व बिल तुरंत जारी करना, एफडी पहले टन पर 7 लाख, उसके बाद 3 लाख प्रति टन करना, जीरी के बदले कोई प्रॉपर्टी गिरवी नहीं लेना, जीरी 17 प्रतिशत नमी की सरकार द्वारा मंडी से खरीद कर मिलों तक पहुंचाना, मिलर्स से बारदाना पहले की तर्ज पर 50 प्रतिशत ही लेना, मिलिंग के रेट प्रति क्विंटल 100 रुपये करना, जीरी का मंडियों से सेंपल लेकर कस, टुकड़ा, डैमेज व डिस्कलर की मात्रा 5-5 प्रतिशत निर्धारित करना, हरियाणा में होल्डिंग / इंट्रस्ट चार्जेज की एक ही पालिसी बनाना शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक कोई भी पीआर जीरी की किसी भी प्रकार की खरीद नहीं करेगा जब तक एसोसिएशन का सीएमआर पर फैसला नहीं हो जाता।
कृषि विभाग ने लिए खाद, बीज के 153 सैंपल
जगाधरी (निस) : कृषि विभाग खाद, बीज व कीटनाशक की नियमों से बिक्री व इसकी गुणवत्ता पर विशेष नजर रख रहा है। किसानों को ठीक गुणवत्ता वाले खाद, बीज व पैस्टीसाइड मिले इसे लेकर विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। विभाग के क्यूसीआई डाॅ. बलबीर सिंह भान ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से सैंपलिंग अभियान थोड़ा धीमा रहा,लेकिन इसके बाद भी इस वित्तीय वर्ष में अब तक खाद, बीज व कीटनाशक के 153 सैंपल लिए जा चुके हैं। इन्हें जांच के लिए करनाल आदि लैबों में भेजा गया है। डा. भान ने बताया कि अब तक खाद के 71, बीज के 55 व कीटनाशक के 27 सैंपल औचक निरीक्षण कर डीलर्स से लिए जा चुके हैं। उन्होंने किसानों से अच्छी क्वालिटी का खाद, बीज व कीटनाशक खरीदने व इसका बिल लेने की अपील की है।