कुरुक्षेत्र, 30 नवंबर (हप्र)
कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष्य में विश्व में एकमात्र ब्रह्मा मंदिर जय ओंकार अंतरराष्ट्रीय सेवाश्रम संघ की ओर से भगवान श्री ब्रह्मा रथ यात्रा निकाली गई। संघ संस्थापक स्वामी शक्तिदेव महाराज व स्वामी संतोष ओंकार महाराज कुरड़ी वाले के सान्निध्य में आयोजित कार्यक्रम में सुबह यज्ञ का आयोजन किया गया।
इसके बाद विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ भगवान श्री ब्रह्मा परिवार का दुग्धाभिषेक कर सुंदर वस्त्रों से सुसज्जित कर उन्हें शंख घड़ोल के साथ रथ पर स्थापित किया गया।
आयोजन में दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने श्रद्धा के साथ हिस्सा लिया और रथ खींच धर्म लाभ कमाया। संघ के अध्यक्ष स्वामी संदीप ओंकार के नेतृत्व में सभी ने भगवान श्री ब्रह्मा जी का रथ खींच कर और माथा टेककर कोरोना से मुक्ति की मन्नतें मांगीं।
मुख्यातिथि के रूप में नगर पालिका की अध्यक्ष उमा सुधा ने शिरकत की। इस बार कोविड-19 के नियमों का ध्यान रखते हुए यात्रा में इस बार सिर्फ भगवान ब्रह्मा रथ ही शामिल किया गया, जबकि अन्य देव स्वरूपों की झाकियां और कलश यात्रा नहीं निकाली गई। इस अवसर पर जय ओंकार आश्रम के संचालक पंडित शिव नारायण दीक्षित, ब्लॉक समिति के चेयरमैन देवीदयाल शर्मा, राजबीर व डा. सुभाष शर्मा ने विशेष रूप से शिरकत की।
पूजन करने पर बरसती है कृपा : स्वामी शक्तिदेव
स्वामी शक्तिदेव महाराज ने श्रद्धालुओं को प्रेरित करते हुए कहा कि कार्तिक पूर्णिमा भगवान ब्रह्मा जी का विशेष दिवस है। इस दिन भगवान ब्रह्मा जी की रथ यात्रा निकालने का सतयुग से विधान है। उन्होंने कहा कि हमें इस पर्व पर विशेष रूप से शामिल होना चाहिए और भगवान ब्रह्मा के रथ के दर्शन करने चाहिएं। रथ को श्रद्धा के साथ खीचने वाले जीव पर सृष्टि रचिता ब्रह्मा भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इससे पहले भजन संध्या का भी आयोजन किया गया, जिसमें भजन गायकों ने गुरु महिमा व भगवान ब्रह्मा की महिमा का बखान किया।